पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में बड़ी चूक ! जानिए कैसी होती देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान गंभीर सुरक्षा खामी के बाद उनके काफिले ने लौटने का फैसला किया. वहीं, पंजाब सरकार से इस चूक के लिए जवाबदेही तय करने और कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक
तनुजा जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 05 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:08 PM IST
  • पीएम की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक
  • जानिए कैसी होती सुरक्षा व्यवस्था

पंजाब में सड़क मार्ग से यात्रा कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है. उनकी पंजाब के फिरोजपुर में बड़ी रैली होनी थी. लेकिन प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सड़क पर ही उनके काफिले को रोक दिया. प्रदर्शनकारियों की वजह से वह 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. 

पंजाब सरकार करेगी कड़ी कार्रवाई

हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि भटिंडा एयरपोर्ट पर लौटने के बाद पीएम मोदी ने वहां (पंजाब) के अधिकारियों से कहा, "अपने सीएम को धन्यवाद कहना कि मैं भटिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया." यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान गंभीर सुरक्षा खामी के बाद उनके काफिले ने लौटने का फैसला किया. वहीं, पंजाब सरकार से इस चूक के लिए जवाबदेही तय करने और कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है.

क्या है पूरा मामला 

दरअसल, पीएम मोदी बठिंडा पहुंचे थे. यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था. लेकिन खराब रोशनी और बारिश के चलते पीएम मोदी 20 मिनट तक इंतजार करते रहे. लेकिन मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने सड़क के रास्ते राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने का फैसला किया. इस रास्ते से 2 घंटे का समय लगना था. 

पंजाब डीजीपी से सुरक्षा प्रबंधों की पुष्टि के बाद पीएम मोदी सड़क के रास्ते आगे बढ़े. राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किमी पहले पीएम मोदी का काफिला जब फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो यहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक रखा था. इसके चलते पीएम मोदी के काफिले को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा. इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है.

ऐसे चलता है PM का काफिला 

प्रधानमंत्री की सुरक्षा देश में सबसे ज्यादा कड़ी होती है. जिसका जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) पर होता है. एसपीजी का गठन साल 1988 में हुआ था. एसपीजी चार भागों में काम करती है. ऑपरेशन्स, ट्रेनिंग, इंटेलिजेन एंड टूर्स (Intelligence and tours) और एडमिनिस्ट्रेशन. 

प्रधानमंत्री बुलेटप्रुफ, मर्सडीज और बीएमडब्ल्यू 760एलआई (BMW 7-Series 760Li), रेंज रोवर में सफर करते हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री के काफिले में मर्सडीज की लिमोजिन भी शामिल की गई है. 

SPG देती है पीएम को सुरक्षा

पीएम मोदी जब कहीं जाते हैं तो किस तरह से उनके रूट को सुरक्षित रखा जाता है और कैसे पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है यह जानना भी आपके लिए बेहद जरूरी है. भारत के प्रधानमंत्री को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराने की जिम्मेदारी SPG यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की होती है.

वहीं, एसपीजी के आस-पास भी हर समय निशानेबाजों को तैनात किया जाता है, जिससे हर पल पीएम की सुरक्षा की जा सके. यह शूटर एक सेकेंड में आतंकियों को मारने के लिए ट्रेन किए जाते हैं. इन्हें तरह से ट्रेनिंग दी जाती है. 

पुलिस की तरफ से भी होती है पूरी सुरक्षा

केवल एसपीजी ही नहीं प्रधानमंत्री की सुरक्षा में पुलिस विभाग की भी अहम भूमिका होती है. जब देश के पीएम अपने आवास से बाहर निकलते में शामिल होने के लिए बाहर निकलते हैं तो पूरे मार्ग का एक तरफ का यातायात 10 मिनट के लिए बंद कर दिया जाता है. इस बीच, पुलिस के दो वाहन सायरन बजाकर मार्ग पर गश्त करते हैं. साथ ही हर तरह की गतिविधि पर कड़ी नजर रखते हैं.  

चारों तरफ से होता है NSG के कमांडो का घेरा

प्रधानमंत्री के काफिले के ठीक आगे और पीछे पुलिस के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियां होती हैं. बाईं और दाईं ओर दो और वाहन होते हैं और बीच में प्रधानमंत्री का बुलेटप्रूफ वाहन होता है. साथ ही इन सभी कारों पर NSG के सटीक निशानेबाजों का कब्जा होता है.
 

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