बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो गया है. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. सीएम नीतीश कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की.
पीएम मोदी से मिले सीएम नीतीश कुमार-
बिहार की सियासत में 28 जनवरी को बड़ा बदलाव हुआ. जेडीयू ने एनडीए का दामन थाम लिया. नीतीश कुमार ने फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी किया. इसके बाद मुख्यमंत्री कल यानी 7 फरवरी को दिल्ली में पहुंचे. सीएम नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दोनों नेताओं करीब डेढ़ साल के बाद मिले हैं. इस मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को भरोसा दिलाया कि वह अब दोबारा एनडीए नहीं छोड़ेंगे और एनडीए में बने रहेंगे.
माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रधानमंत्री के साथ नीतीश कुमार की मुलाकात के दौरान बिहार से जुड़े मसलों समेत बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा हुई. 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार का बहुमत परीक्षण होना है. इसको लेकर पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद गृह मंत्री और बीजेपी के बड़े नेता अमित शाह से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई. इस दौरान कई मसलों पर बातचीत हुई. सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की.
मांझी की क्या है मांग-
बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हो रही है. सवाल उठता है कि नीतीश कुमार कब अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे और किसको मंत्री बनाएंगे. इन सवालों के बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के लिए कैबिनेट में एक और मंत्री पद की मांग कर दी है. उनकी मांग को लेकर सियासी गलियारे में खूब चर्चा हो रही है.
इस दौरान जीतन राम मांझी ने निर्दलीय विधायक सुमित सिंह का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जब एक निर्दलीय विधायक को मंत्री पद मिल सकात है तो उनके पास तो 4 विधायक हैं. इस हिसाब से पार्टी को दो मंत्री पद दिया जाना चाहिए. HAM संस्थापक ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो उनके साथ अन्याय होगा.
जेडीयू पर ज्योति देवी का तंज-
HAM पार्टी की विधायक और जीतन राम मांझी की समधन ज्योति देवी ने भी पार्टी के लिए एक और मंत्री पद की मांग की है. ज्योति देवी ने मंत्री बनने की इच्छा जताई है. उन्होंने कहा कि वह भी मंत्री बनना चाहती हैं. ज्योति देवी ने जेडीयू मंत्रियों पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार, विजय चौधरी और बिजेंद्र यादव हर बार मंत्री बनते हैं. जिसकी वजह से नए लोगों को मौका नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि जेडीयू के ये तीन सीनियर लीडर चुंबक की तरह मंत्री की कुर्सी से चिपके हुए हैं.
नीतीश सरकार में विभागों का बंटवारा-
नीतीश कुमार के फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट में विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है. नीतीश कुमार ने अपने पास सामान्य प्रशासन और गृह विभाग रखा है. जबकि डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को कृषि, पथ निर्माण, गन्ना उद्योग समेत कई विभाग मिले हैं. दूसरे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त, खेल और स्वास्थ्य समेत कई दूसरे विभाग भी मिले हैं. विजय चौधरी को शिक्षा, जल संसाधन और भवन निर्माण विभाग मिला है. जबकि एनडीए की सहयोगी HAM पार्टी के विधायक संतोष मांझी को एससी/एसटी मंत्रालय दिया गया है.
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