उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल का रंग हर दिन गहराता जा रहा है. सभी राजनैतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मंगलवार से पूरे राज्य में डोर-टू-डोर यानी कि घर-घर जाकर प्रचार करेगी. इस अभियान का उद्देश्य लोगों को सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताना है.
भाजपा की यूपी इकाई के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि जन विश्वास यात्रा के माध्यम से राज्य के हर विधानसभा क्षेत्र को सरकार की उपलब्धि से अवगत कराने के बाद, भाजपा मंगलवार से घर-घर प्रचार अभियान शुरू करेगी.
भाजपा करेगी डोर-टू-डोर अभियान का आगाज:
राज्य के 35 मिलियन (3.50 करोड़) से अधिक सरकारी योजनाओं के लाभार्थी इस डोर-टू-डोर अभियान की टारगेट ऑडियंस हैं. भाजपा का कहना है कि इस अभियान के तहत पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोगों तक पहुंचेंगे और लोगों को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किसानों, कार्यकर्ताओं, महिलाओं और युवाओं के लिए किए गए कार्यों की जानकारी देंगे.
इस बार पार्टी का इरादा राज्य के सभी 92,821 मतदान केंद्रों के अंतर्गत आने वाले हर घर तक पहुंचने का है. जिसमें 1,74,351 पोलिंग बूथ शामिल हैं.
लॉन्च होंगे ‘एलईडी’ रथ:
और अपने अभियान को और आगे बढ़ाने के लिए, भाजपा 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद बड़ी स्क्रीन के साथ "एलईडी रथ" लॉन्च करेगी. सिंह ने कहा कि ये रथ उत्तर प्रदेश के 403 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेंगे और सरकार की सभी सामाजिक कल्याण योजनाओं और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार को उजागर करेंगे.
कहा जा रहा है कि पार्टी के सभी सांसद, विधायक, मंत्री, जनप्रतिनिधि और पार्टी के अधिकारी इस अभियान का हिस्सा होंगे. भारत के चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से शुरू होकर सात चरणों में होंगे.
अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भाजपा की दावेदारी के लिए मुख्य चुनौती हैं। यादव ने दावा किया है कि उनकी पार्टी 403 में से 400 सीटें जीतेगी. हालांकि कौन जीतेगा या हारेगा यह तो चुनाव के नतीजे आने पर ही पता चलेगा.