जेल में खत्म हुआ अंग्रेजों के जमाने का मॉड्यूल, अब कैदियों को मिलेगी कुछ राहत

यूपी की जेल में कैदियों को अब बहुत सारी सहूलियतें दी जाएंगी. कैदी महिलाओं को भी कई तरह की सुविधाएं दी गई हैं. जैसे गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार दिया जाएगा.

जेल
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ ,
  • 17 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 8:21 AM IST
  • टॉयलेट को रखा जाएगा साफ-सुथरा
  • वार्डन को दिए जाएंगे नए हथियार

यूपी की जेल में कैदी जल्द ही राहत की सांस लेंगे. दरअसल जेल में नए मैनुअल आया है, जिसके मुताबिक जेल के कैदियों को कई तरह की छूट दी जाएगी. लखनऊ जेल में कैबिनेट ने नया संशोधन किया है. जिसमें मॉडल मैनुअल 2016 पुराने मैनुअल 1941 को बदला गया है. नए जेल मैनुअल के बाद उत्तर प्रदेश की जेलों में बड़े बदलाव आ जाएंगे. 

रिहाई में नहीं लगेगा समय
कई बार कैदियों को बेल मिलने के बाद भी पूरी तरह जेल के बाहर आने में काफी समय लग जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब रिहाई के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा. डिजिटल सिस्टम फास्टर सिस्टम के अंतर्गत कोर्ट से रिहाई का आदेश ई-ऑथेंटिकेटेड कॉपी को वैलिड मानकर रिहाई कर दी जाएगी. इसके अलावा कैदियों के स्वास्थ्य का भी खास ध्यान रखा जाएगा. जो कैदी टीबी जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें भी पूरी तरह उपचार मिलेगी.

महिलाओं को भी मिलेगी राहत
महिलाओं के नहाने कपड़ा धोने वह साबुन की व्यवस्था की गई है. अब सरसों तेल की जगह नारियल तेल दिया जाएगा. वहीं बाल झड़ने के लिए शैंपू भी दिए जाएंगे. इसके अलावा अगर महिला कैदी चाहें तो उन्हें मंगलसूत्र पहनने की भी अनुमति दी जाएगी. जेल में मां के रहने पर 6 साल तक के बच्चों के लिए सुविधा की गई है. जिसमें कक्षा नर्सरी होगी. जहां बच्चों की देखभाल की जाएगी इन बच्चों की शिक्षा दीक्षा के साथ-साथ मनोरंजन के भी इंतजाम किए गए हैं. इतना ही नहीं जब बच्चा बड़ा होगा को मां की अनुमति के बाद जेल के बाहर किसी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में ऐडमिशन कराया जाएगा. आने जाने के लिए वाहन की भी सुविधा की जाएगी. वहीं गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार भी मिलेगा.

टॉयलेट को रखा जाएगा साफ-सुथरा
जेल के कैदियों के लिए हमेशा से टॉयलेट की समस्या काफी बड़ी है. लेकिन अब जेल में इस समस्या का भी समाधान किया जाएगा. जेल में कैदियों को अब पूरी तरह से साफ टॉयलेट भी मिलेंगे. इसके अलावा जेल में जलने वाली जलने वाली लालटेन भी हटा दिया जाएगा. इसके अलावा कैदियों के खाने-पीने का भी अच्छा इंतजाम किया जाएगा. जैसे- शाम को कैदियों को चाय और बिस्कुट दिया जाएगा.

इन प्रावधानों को किया जाएगा खत्म
जेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि वर्तमान नियमावली के कुछ प्रावधानों को खत्म कर दिया गया है. जैसे यूरोपीय कैदियों के लिए विशेष जेल के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है. यूरोप बंदियों हो तो अलग जेल की व्यवस्था की गई है. नेपाल भूटान सिक्किम एवं कश्मीर के बंदियों के लिए मुक्ति एवं स्थानांतरण की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. नए जेल मैनुअल में बंदियों को शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया है. एनजीओ और अन्य माध्यमों से उनको शिक्षित और सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल किया जाएगा.

वार्डन को दिए जाएंगे नए हथियार
कैबिनेट की इस मीटिंग की अध्यक्षता यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की. जिसमें वार्डन को नए हथियार देने का प्रावधान करने वाले नए मैनुअल को लागू करने का निर्णय लिया गया, जैसे कि सुरक्षा के लिए 9 मिमी पिस्तौल और कार्बाइन, और कर्मचारियों को दंगा गियर. यह राज्य की जेलों को चार श्रेणियों में वर्गीकृत करता है, जिसमें कैदियों की आबादी 1,000 से 2,000 तक होती है.

एक जेल में बंद ब्लड रिलेशन मिल सकेंगे
एक ही जेल में बंद ब्लड रिलेशन एवं हस्बैंड वाइफ की मुलाकात का प्रावधान भी किया गया है. इसमें ब्लड रिलेशन एवं हस्बैंड वाइफ की डेथ पर अंतिम दर्शन की व्यवस्था की गई है. मुलाकात के लिए फोटो पहचान पत्र प्रधान में रखा गया है. इसके अलावा अब कैदियों के लिए चप्पल का भी इंतजाम किया गया है. यानी की अब कैदी नंगे पैर नहीं घूमेंगे. 


 

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