ट्रेन में सफर करना हो या स्टेशन तक किसी को छोड़ना हो हमें टिकट की जरूरत पड़ती है. सबसे ज्यादा परेशानी तब आती है जब हमें स्टेशन से लाइन में लगकर जर्नी टिकट या प्लैटफॉर्म टिकट लेना होता है. लाइन में लगी लंबी भीड़ से बचाने के लिए रेलवे ने एक मोबाइल ऐप (Mobile App) जारी किया जिसके जरिए बिना लाइन में लगे ही प्लेटफार्म टिकट (Platform Ticket) या जर्नी टिकट (Journey Ticket) लिया जा सकता है. ऐसे में लोगों का एक आम सवाल है कि अगर किसी ने जल्दीबाजी में टिकट नहीं ली और ट्रेन में चढ गया या जल्दीबाजी में स्टेशन के अंदर चला गया तो क्या मोबाइल ऐप से टिकट ले सकता है. क्योंकि टीटी ने बेटिकट पकड़ा तो फाइन कर देगा. क्या ऐसे में क्या यह ऐप फाइन से बचा पाएगा. चलिए हम आपको देते हैं इसका जवाब और बताते हैं कि रेलवे का यह ऐप कैसे काम करता है.
2018 में रेलवे ने जारी किया था यूटीएस ऐप
वैसे तो हम ट्रेन में सफर करने से पहले टिकट ले लेते हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हमें अचानक से कहीं जाना होता है और हम ऑनलाइन टिकट नहीं कटवा पाते. ऐसे में हम स्टेशन पहुंचकर जनरल टिकट खरीदते हैं. लेकिन जनरल टिकट काउंटर पर लगी लंबी भीड़ को देखकर हम परेशान हो जाते हैं. कई बार ट्रेन छूटने के डर से बिना टिकट लिए ही ट्रेन में चढ़ जाते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने 2018 में एक यूटीएस ऐप जारी किया था. इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए आपके पास स्मार्टफोन फोन होना जरूरी है. इसको डाउनलोड करने के बाद आसानी से बिना लाइन में लगे ही जनरल या सेकेंड क्लास की टिकट, प्लैटफॉर्म टिकट और मंथली सीजनल टिकट भी ले सकते हैं.
ऐसे काम करते है यह ऐप
लोगों का सवाल यह था कि अगर जल्दीबाजी में बिना टिकट लिए ही हम ट्रेन में चढ़ गए या स्टेशन के अंदर चले गए और अचानक से टीटी दिख जाए तो क्या हम तुरंत टिकट ऐप से खरीद सकते हैं. तो इसका जवाब है नहीं खरीद सकते. इस ऐप का लोग गलत इस्तेमाल न करें इसके लिए रेलवे ने रेलवे स्टेशनों और रेलवे लाइनों को जियो फेसिंग किया है. ऐसे में आप ट्रेन के अंदर हैं या स्टेशन के अंदर हैं तो टिकट नहीं खरीद सकते. क्योंकि वह जगह जियो फेसिंग के अंदर है. ऐसे में बिना टिकट अगर आप पकड़े गए तो फाइन होना तय है. इसके साथ ही आपको बता दें कि अगर आप रेलवे स्टेशन के 4 चार पांच किलोमीटर के दायरे में हैं तभी आप टिकट खरीद पाएंगे अन्यथा आप नहीं खरीद पाएंगे.