सरकार ने सेना और तटरक्षक बल के लिए 34 एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव हेलीकॉप्टरों (Dhruv Helicopter) की खरीद को मंजूरी दे दी है. सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने इन हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए दो अलग-अलग प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दे दी है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा घरेलू स्तर पर निर्मित.ये हेलीकॉप्टर संबंधित बलों के भीतर विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करेंगे.
25 हेलीकॉप्टर भारतीय सेना के पास
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) को नौ हेलीकॉप्टर मिलने वाले हैं,जबकि भारतीय सेना (Indian Army) इनमें से 25 को अपने बेड़े में शामिल करेगी. इन हेलिकॉप्टरों का उद्देश्य तटरक्षक बल में पुराने हल्के उपयोगिता हेलीकाप्टरों को प्रतिस्थापित करना है,जबकि सेना उन्हें अलग-अलग कामों के लिए इस्तेमाल करेगी.
कितना आएगा खर्च?
दोनों परियोजनाओं का संयुक्त मूल्य 8,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है. यह मुख्स रूप से स्वदेशीकरण की प्रक्रिया को महत्वपूर्ण बढ़ावा देने का संकेत है.इसके अतिरिक्त,सरकार ने भारतीय सेना के मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट के भीतर बीएमपी इन्फ्रैंट्री कॉम्बेट के लड़ाकू वाहनों को उन्नत करने के उद्देश्य से एक परियोजना को हरी झंडी दे दी है. गुरुवार को सरकार ने उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान कार्यक्रम के तहत पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान विकसित करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी. पांचवीं पीढ़ी का यह विमान एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोग्राम के तहत बनेगा.इसके लिए 15 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है.
क्या है इसकी खासियत?
ध्रव हेलीकॉप्टर में 12 सैनिकों के बैठने की जगह होती है और इसे दो पायलट उड़ाते हैं. इस हेलीकॉप्टर की लंबाई 52.1 फीट और ऊंचाई 16.4 फीट है. यह एक बार में 630 किमी की उड़ान भर सकता है और इसकी अधिकतम गति 291 किमी प्रतिघंटा है.यह एक प्रकार का यूटिलिटी हेलीकॉप्टर है जो आमतौर पर जवानों और कार्गो को लाने और ले जाने का काम करता है.