अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के दरवाजों के लिए महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से सागौन की लकड़ी भेजी जा रही है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के मंदिर का महाद्वार, गर्भगृह का दरवाजा और बाकी दरवाजों के लिए लकड़ी चंद्रपुर के जंगलों से भेजी जाएगी. काष्ठ अर्पित करने के लिए समारोह होगा जिसे 26 से 30 जून के बीच होगा 'काष्ठ समर्पण समारोह' के नाम से आयोजित किया जाएगा. समारोह की तारीख अभी तय नहीं हुई है. जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.
कौन-कौन होगा शामिल
राम मंदिर के ग्राउंड फ़्लोर पर 14 दरवाज़े लगेंगे. इसमें गर्भगृह का भव्य दरवाजा भी शामिल है. इसके अलावा मंदिर में प्रवेश के लिए 'महाद्वार' भी बनाया जाएगा. इसके लिए महाराष्ट्र के चंद्रपुर से पहली खेप में 1855 घन फुट लकड़ी अयोध्या पहुंची है. जानकारी के अनुसार काष्ठ समर्पण का कार्यक्रम होगा जिसमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़ानवीस और वन मंत्री सुधीर मुंग्टीवार शामिल होंगे.
राम मंदिर के दरवाजे के लिए सागौन की लकड़ी (Teak wood) का चयन ट्रस्ट ने काफ़ी शोध के बाद किया है. देहरादून के Forest research Institute ने चंद्रपुर के सागौन को सबसे टिकाऊ मानते हुए इसके लिए ट्रस्ट को सुझाव दिया था. कहा जा रहा है कि लकड़ी के इन दरवाज़ों की उम्र कई सौ साल होगी. चंद्रपुर की सागौन(Teak Wood) की लकड़ी के बनेंगे राम मंदिर के दरवाजे, ग्राउंड फ्लोर के दरवाजे बनाने के लिए लकड़ी की पहली खेप अयोध्या पहुंच चुकी है.
दर्शन के लिए कब खुलेगा मंदिर
इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा खुद पीएम मोदी करेंगे. इसके लिए तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं. वहीं इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए सात दिन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इन सात दिनों में दुनिया भर से लोक कलाकार बुलाए गए हैं. इनमें खासतौर पर उन 122 देशों के कलाकारों को न्यौता भेजा गया है. इतना ही नहीं, राम मंदिर का निर्माण जिस तेजी से हो रहा है, उसी तेजी से मंदिर निर्माण के लिए भक्त बढ़-चढ़कर दान दे रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मानें तो 2024 में भव्य मंदिर में भगवान राम विराजमान हो जाएंगे.