मई के पहले सप्ताह में शुरू होगी चारधाम यात्रा, सीएम धामी ने लिया तैयारियों का जायजा

मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में तत्काल खोलने के लिए जरूरी मशीनों की व्यवस्था व तैनाती कर ली जाए. जेसीबी मशीनों की ट्रेकिंग के लिए उन्हें जीपीएस से जोड़ा जाए. यात्रा मार्ग से संबंधित सड़कों पर कहीं भी मलबा या कचरा न रहे.

चारधाम यात्रा
gnttv.com
  • देहरादून,
  • 31 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:02 PM IST
  • श्रद्धालुओं को नहीं होगी परेशानी
  • देश-विदेश में अतिथि देवो भव: का संदेश जाएगा
  • मुख्यमंत्री सचिवालय ने की समीक्षा

उत्तराखंड में मई के पहले सप्ताह से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है. इसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू, चार धाम यात्रा से जुड़े हुए विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. 
 
श्रद्धालुओं को नहीं होगी परेशानी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को जल्द सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. सीएम धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो इसका विशेष ख्याल रखा जाएगा. 
 
देश-विदेश में अतिथि देवो भव: का संदेश जाएगा
मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि चार धाम यात्रा के माध्यम से देश-विदेश में अतिथि देवो भव : का संदेश जाना चाहिए. इस बार बहुत अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. चार धाम यात्रा की तैयारियां उसी के अनुरूप सुनिश्चित की जाए.
 
मुख्यमंत्री सचिवालय ने की समीक्षा
मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा 2022 की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने यात्रा को श्रद्धालुओं की लिए अधिक से अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर, सभी आवश्यक सुधार कार्य यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व सुनिश्चित करने को कहा. साथ ही संबंधित जिलाधिकारियों को भी यात्रा मार्गों पर कार्यों की प्रगति की लगातार मॉनिटरिंग करने के   निर्देश दिये. 
 
प्रबंधन में टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा
मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में तत्काल खोलने के लिए जरूरी मशीनों की व्यवस्था व तैनाती कर ली जाए. जेसीबी मशीनों की ट्रेकिंग के लिए उन्हें जीपीएस से जोड़ा जाए. यात्रा मार्ग से संबंधित सड़कों पर कहीं भी मलबा या कचरा न रहे. कचरा निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा प्रबंधन में टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाए. ट्रैफिक प्रबंधन व संचालन के लिए ड्रोन का भी प्रयोग किया जाए. चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टोल फ्री नम्बर जारी किया जाए. जिस पर यात्रा से संबंधित हर प्रकार की जानकारी मिलेगी.

(दिलीप सिंह राठौड़ की रिपोर्ट)

 

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