गोरा-गोरा दूल्हा और गोरी कन्या का मंडप गुजरात के एक छोटे से गांव में बंध गया. साबरकांठा के एक छोटे से गांव में रूसी लड़की की शादी एक जर्मन व्यक्ति से हुई है. इस विदेशी जोड़े की शादी देखने के लिए केवल लोगों की भीड़ ही नहीं उमड़ पड़ी बल्कि उन्हें आशीर्वाद देने के लिए स्थानीय नेता भी शामिल हुए. साबरकांठा के सांसद दीप सिंह राठौर ने इस नए जोड़े को आशीर्वाद दिया है.
कैसे हुई दोनों की मुलाकात?
रूस की मूल निवासी जूलिया उखवतकिना (Julia Ukhvatkina) वियतनाम में काम करती हैं और उसी समय वे क्रिस मुलर से मिलीं, जहां उन्हें उनसे प्यार हो गया. दोनों की लंबी दोस्ती थी. दोनों को अलग-अलग धर्म के बारे में जानने में काफी रुचि है और वे दुनिया के विभिन्न हिस्सों से जानकारी प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे. जूलिया 8 बार भारतीय संस्कृति से प्रेरित होकर भारत आ चुकी हैं.
क्रिस भी पिछले साल इसी तरह कुंभ मेले में आए थे. दोनों भारतीय संस्कृति इतनी भा गयी कि हिम्मतनगर के सकरोदिया गांव में हिंदू रीति-रिवाजों से उन्होंने शादी कर ली. दोनों ने लालाभाई पटेल के घर में बने आंगन में सात फेरे लिए. दूल्हे, क्रिस मोलर ने बताया कि वे इस शादी के लिए काफी उत्साहित थे.
ट्रेनर हैं जूलिया और बिजनेसमैन हैं क्रिस
जूलिया एक अंग्रेजी टीचर हैं और योग भी सिखाती हैं. वहीं क्रिस एक जर्मन बिजनेसमैन के बेटे हैं. वह एक जर्मन और सिंगापुर स्थित कंपनी के सीईओ भी हैं. वह अपने पिता का व्यवसाय चलाने के बजाय स्पिरिचुअल साइंस या धर्म का ज्ञान प्राप्त करने और उसे बढ़ावा देने में रुचि रखते हैं.
क्रिस चाहते थे हिंदू रीति-रिवाज़ों वाली शादी
दरअसल, क्रिस और उनकी गर्लफ्रेंड जूलिया का सपना था कि वे हिंदू रीति-रिवाज़ों से शादी करें. अब ये सपना उनके दोस्तों नीलेश चौहान और भागीरथ पटेल ने पूरा किया है. भगीरथ के पिता लालाभाई ने शादी के सारे अरेंजमेंट किए, जिसमें उन्होंने कपल के परिवार के सदस्यों की अनुपस्थिति में दुल्हन- दूल्हे का परिवार बन दोनों की शादी करवाई.