भारत को नए चीफ जस्टिस मिलने वाले हैं. आधिकारिक तौर पर CJI डीवाई चंद्रचूड़ रविवार यानी 10 नवंबर को पद छोड़ देंगे. नए CJI के रूप में जस्टिस संजीव खन्ना सोमवार को पद संभालेंगे. CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार (8 नवंबर) को सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख के रूप में अपने आखिरी दिन सुप्रीम कोर्ट से भावनात्मक विदाई दी. उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों या ऐसे लोगों की सेवा करने से बड़ी कोई चीज नहीं है.
भारत के चीफ जस्टिस के रूप में रिटायर होने के बाद, उन्हें एक सम्मानजनक और आरामदायक लाइफस्टाइल बनाए रखने के लिए कई सुविधाएं दी जाएंगी. देश में सबसे सम्मानित पदों में से एक चीफ मुख्य न्यायाधीश का ही माना जाता है. ऐसे में रिटायरमेंट के बाद भी पद की गरिमा बनी रहे, इसके लिए उन्हें सुविधाएं मिलती हैं.
रिटायरमेंट के बाद वकालत नहीं कर सकते
एक रिटायर चीफ जस्टिस को भारत में किसी भी कोर्ट में वकालत करने की अनुमति नहीं होती है. ये नियम सभी सुप्रीम कोर्ट के जजों पर लागू होता है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124(7) के अनुसार, "कोई भी व्यक्ति जिसने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में काम किया है, वे रिटायर होने के बाद किसी भी अदालत में वकालत या काम नहीं कर सकते हैं.” इस प्रतिबंध का उद्देश्य न्यायिक निष्पक्षता को बनाए रखना है.
जीवनभर मिलती है पेंशन
रिटायर होने के बाद, चीफ जस्टिस को जीवनभर पेंशन का अधिकार मिलती है. यह राशि आमतौर पर CJI की आखिरी सैलरी का 50% होता है. अगर रिटायर्ड CJI का निधन हो जाता है, तो उनके जीवनसाथी को फैमिली पेंशन मिलती है, जो CJI की पेंशन का आमतौर पर 30% होती है.
इसके अलावा, रिटायरमेंट के बाद, CJI को छह महीने के लिए दिल्ली में टाइप VII सरकारी घर का अधिकार होता है. यह अस्थायी व्यवस्था उन रिटायर्ड CJI के लिए मददगार होती है, जिनके पास तुरंत कोई वैकल्पिक घर नहीं होता और इससे उन्हें अपने स्थायी घर की व्यवस्था करने के लिए समय मिलता है.
मेडिकल सुविधाएं और सेक्रेटेरियल सपोर्ट
रिटायर्ड CJI और उनके परिवार के सदस्यों को केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना (CGHS) के तहत जीवनभर मेडिकल कवरेज मिलती है, इसमें जीवनसाथी और आश्रित परिवार के सदस्य भी शामिल होते हैं.
साथ ही, रिटायर्ड CJI को प्राइवेट सेक्रेटरी, ड्राइवर, और घरेलू सहायक सहित सेक्रेटेरियल स्टाफ मिलता है. ये सुविधाएं उन्हें व्यक्तिगत, प्रशासनिक और मैनेजमेंट के कामों को सही तरह से करने में मदद करते हैं.
सिक्योरिटी कवर भी मिलता है
रिटायर्ड CJI को सिक्योरिटी कवर भी मिलता है. इसमें उन्हें घर पर पांच साल तक 24/7 सिक्योरिटी गार्ड उपलब्ध रहता है. इसके अलावा, एक पर्सनल सेक्युरिटी ऑफिसर (PSO) भी उनकी सुरक्षा के आधार पर नियुक्त किया जाता है. ये हाई सिक्योरिटी CJI के पद की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए दी जाती है.
रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीश को एक आधिकारिक कार और ड्राइवर का अधिकार है. यह कार सेवा आमतौर पर रिटायरमेंट के बाद एक निर्धारित समय के लिए उपलब्ध होती है, जिससे CJI को किसी भी आधिकारिक या औपचारिक भूमिका के लिए आसानी से आने-जाने की की सुविधा मिलती है.
सरकारी कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल और सार्वजनिक सम्मान
रिटायर्ड CJI को सरकारी कार्यक्रमों और सार्वजनिक आयोजनों में हाई प्रोटोकॉल का दर्जा दिया जाता है. इसमें प्रायोरिटी सीट, आधिकारिक समारोहों में निमंत्रण और उनके प्रतिष्ठित पद की मान्यता शामिल होती है. उन्हें अतिथि के रूप में बुलाया जा सकता है.
घरेलू यात्रा सुविधाएं
रिटायर्ड CJI को साल में कुछ सीमित घरेलू यात्राओं के लिए ट्रेवल अलाउंस भी दिया जाता है, जिसमें हवाई और रेल यात्रा शामिल होती है. कुछ राज्य सरकारें और न्यायिक संस्थान रिटायर्ड CJI को ऑफिस और लाइब्रेरी की सुविधा भी देती हैं.
इसके अलावा, कई रिटायर्ड CJI को न्यायिक संस्थाओं, सरकारी आयोगों, या सलाहकार पैनलों में ऑनरेरी मेम्बरशिप की भूमिका भी दी जाती है.