यूपी में निवेश और रोज़गार बढ़ाने के लिए फ़रवरी 10-12 तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्ज़ समिट (GIS) का लोगो (Logo) आज दिल्ली में जारी होगा. इसके साथ ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निवेश और GIS की जानकारी के लिए ‘निवेश सारथी’ पोर्टल का शुभारम्भ भी करेंगे. इस कर्टेन रेज़र कार्यक्रम में यूपी के मंत्री, आला अधिकारी और उद्योग जगत की हस्तियाx भी रहेंगी.
10 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य
ग्लोबल इन्वेस्टर्ज़ समिट के ज़रिए यूपी सरकार में 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा गया है. यूपी सरकार ने 13 देशों के औद्योगिक मंत्रियों को निमंत्रण भेजा है. कई देशों में निवेश के लिए उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए रोड शो का आयोजन भी किया जाएगा. जिसमें खुद मुख्यमंत्री योगी और दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और बृजेश पाठक शामिल होंगे.
आपको बता दें कि निमंत्रण पत्र में यूपी में हाल के समय में हुई औद्योगिक प्रगति की विस्तृत जानकारी दी गयी है. UAE, जापान, जर्मनी, फ़्रांस, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ़्रीका, ब्राज़ील, बेल्जियम, कनाडा, थाईलैंड जैसे देशों से यूपी में निवेश की उम्मीदें हैं. ख़ास बात यह है कि इन देशों में खुद मुख्यमंत्री और यूपी के दोनों डिप्टी सीएम रोड शो करके निवेश का माहौल बनाने वाले हैं.
पूरे कार्यक्रम की तैयारी की जिम्मेदारी सम्भालने वाले यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ का कहना है कि ‘यूपी में अब बड़े निवेश के अवसर हैं. चाहे संसाधन की बात करें या एयरपोर्ट की या फिर एक्सप्रेसवे की, यूपी ने पिछले कुछ समय से लगातार प्रगति की है. ऐसे में निवेश के लिए अगर सबसे सही कोई राज्य है तो यूपी ही है.’
47 कंपनियों ने दिए निवेश के प्रस्ताव
इंवेस्टर समिट की घोषणा कुछ समय पहले ही हुई है. जिसके बाद कुछ समय में ही यूपी सरकार को 1 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं. अब तक मिले प्रस्ताव में 24 सेक्टर में 47 कंपनियों ने निवेश करने के लिए प्रस्ताव भेजा है. इसमें सोलर पॉवर, हेल्थ केयर, डिफेंस, एजुकेशन, डेयरी, फ़ूड प्रोसेसिंग, पेट्रोलियम, आई टी, फ़र्टीलाइज़र, रियल इस्टेट, बैंकिंग और फ़ाइनेंस जैसे क्षेत्र शामिल हैं.
यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ का कहना है कि ‘निवेशकों के हित को यूपी सरकार प्राथमिकता देती है. साथ ही यूपी में युवाओं को रोज़गार के लिए हम प्रतिबद्ध हैं.’ आपको बता दें कि साल 2018 में पहला इंवेस्टर समिट आयोजित किया गया था. जिसमें देश की नामचीन कम्पनियों ने शिरकत की थी. 2018 में हुए समिट में 4.68 लाख करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पर एमओयू (MoU) साइन हुए थे.
साल 2018 में ही निवेश के समझौतों को हक़ीक़त में बदलने के लिए ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ हुई और 61 हज़ार करोड़ रुपए के निवेश की शुरुआत हुई. 2019 में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया. इसमें 67 हज़ार रुपए के प्रस्तावों को अमली जामा पहनाया गया. योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में इस साल 80 हज़ार करोड़ की योजनाओं को तीसरे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के ज़रिए हकीकत में बदला गया.