कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' की आज से शुरू हो रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होगी और जम्मू-कश्मीर के कश्मीर में खत्म होगी. 5 महीने तक चलने वाली 3570 किलोमीटर की यात्रा 12 राज्यों से होकर गुजरेगी.
कितने बजे शुरू होगी यात्रा-
शाम साढ़े 4 बजे गांधी मंडपम में राष्ट्रीय ध्वज वितरण समारोह का आयोजन होगा. इसमें तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल मिलकर राहुल गांधी को राष्ट्रीय ध्वज सौंपेंगे.
दो शिफ्त में होगी यात्रा-
'भारत जोड़ो यात्रा' दो शिफ्त में होगी. पहली शिफ्ट सुबह 7 बजे से शुरू होगी. यानी सुबह 7 बजे से पदयात्रा शुरू होगी और 10:30 बजे तक चलेगी. जबकि दोपहर के बाद 3:30 बजे से पदयात्रा शुरू होगी और साढ़े 6 बजे तक चलेगी. सुबह में करीब 15 किलोमीटर की यात्रा होगी, जबकि शाम को 8 से 10 किलोमीटर की पदयात्रा होगी. रोजाना 22-23 किलोमीटर पदयात्रा का प्लान है.
'भारत जोड़ो यात्रा' के यात्री-
'भारत जोड़ो यात्रा' में 4 तरह के यात्री होंगे. जिनको भारत यात्री, प्रदेश यात्री, वॉलेंटियर यात्री और अतिथि यात्री होंगे. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक यात्री में 30 फीसदी महिलाएं होंगी. यात्रियों की औसत उम्र 38 साल है. चलिए आपको बताते हैं यात्रियों के बारे में..
भारत यात्री-
इस पदयात्रा में भारत यात्री के तौर पर 120 लोग शामिल होंगे. इसमें राहुल गांधी भी शामिल हैं. ये यात्री शुरू से लेकर अंत तक रहेंगे. भारत यात्री 3570 किलोमीटर की पूरी यात्रा पैदल तय करेंगे.
प्रदेश पदयात्री-
इसमें प्रदेश के नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. ये पदयात्री ऐसे हैं, जो भारत यात्री के साथ अपने राज्य में चलेंगे. लेकिन राज्य के साथ ही इनकी पद यात्रा खत्म हो जाएगी. अगले राज्य में उस राज्य के प्रदेश पदयात्री शामिल होंगे.
अतिथि यात्री-
अतिथि यात्री में कांग्रेस के सीनियर लीडर्स शामिल होंगे. ये यात्री समय-समय पर शामिल होंगे. ऐसे यात्री बीच में यात्रा से अलग हो सकते हैं.
वॉलेंटियर यात्री-
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पदयात्रा में शामिल होने के लिए 50 हजार वॉलेंटियर्स ने आवेदन किया है. ये लोग आम लोग हैं, जो 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होना चाहते हैं. इसमें एनआरआई भी शामिल हैं.
यात्रा में शामिल लोगों के लिए व्यवस्था-
'भारत जोड़ो यात्रा' 150 दिन तक चलेगी. इस दौरान भारत यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. यात्रा में शामिल लोग कंटेनर में रहेंगे. 60 कंटेनर तैयार किए गए हैं. कंटेनर में सोने के लिए बेड, टॉयलेट और जरूरी चीजों की व्यवस्था की गई है.
पदयात्रा का मकसद-
कांग्रेस ने 'भारत जोड़ो यात्रा' करने का तीन मकसद बताया है. ये यात्रा मोदी सरकार में देश में बढ़ रही आर्थिक असमानता के खिलाफ है. इसके अलावा जाति, धर्म के आधार पर भेदभाव के खिलाफ और केंद्र सरकार के जरिए सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ यात्रा निकाली गई है. भारत जोड़ो यात्रा की थीम 'मिले कदम, जुड़े वतन' है.
क्या है पदयात्रा का रूट-
'भारत जोड़ो यात्रा' की शुरुआत कन्याकुमारी से होगी. यात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी. भारत जोड़ो यात्रा 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी. कर्नाटक में पदयात्रा मैसूर, बेल्लारी और रायचूर में 21 दिनों तक रहेगी. भारत जोड़ो यात्रा तेलंगाना के विकाराबाद, महाराष्ट्र के नांदेड़ और जलगांव, मध्य प्रदेश के इंदौर, राजस्थान के कोटा, दौसा और अलवर, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, दिल्ली, हरियाणा के अंबाला, पंजाब के पठानकोट से होते हुए जम्मू पहुंचेगी.
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