दीपोत्सव पर राम की नगरी अयोध्या दीयों से जगमगा उठी. नगर में हर तरफ दीयों की कतार दिखी. इस बार के दीपोत्सव में अयोध्या धाम में एक साथ 22 लाख 23 हजार दीयों को जलाने का रिकॉर्ड बनाया गया. भगवान राम का राजतिलक हुआ. सब कुछ ऐसा लग रहा था जैसे 'देवलोक' पृथ्वी पर उतर आया हो. रिकॉर्ड बनने पर सीएम योगी आदित्यनाथ को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम की ओर से सर्टिफिकेट दिया गया. सैकड़ों वॉलंटियरों की टीमों ने घंटों की मेहनत से 24 लाख दिए प्रज्ज्वलित किए. सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी पर जारी दीपोत्सव कार्यक्रम में लेजर शो के जरिए रामलीला दिखाई गई.
सरयू नदी के घाट पर सीएम योगी ने की आरती
अयोध्या में सरयू नदी के घाट पर दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरती की. घाट लाखों दीपों से जगमगाया गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने दीप प्रज्ज्वल को रेखांकित किया है. हमारी पीढ़ी बेहद सौभाग्यशाली है कि भगवान राम लला यहां विराजने के लिए आ रहे हैं. अयोध्या वासियों को भगवान राम ने खुद कहा है वे उनके प्रिय वासी हैं तो हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि जब भगवान आ रहे हों तो 22 जनवरी 2024 को विराजमान करने के लिए उनके स्वागत की भव्य तैयारी करने के लिए खुद को तैयार रखना होगा.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दिवाली की दीं शुभकामनाएं
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि दीपावली हमें अंधेरे से उजाले की तरफ ले जाती है. यह त्योहार ही हमारी संस्कृति को मजबूत बनाते हैं. उन्होंने दिवाली की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि आज हनुमान जयंती भी है. आपको हनुमान जयंती की शुभकामनाएं. अयोध्या का इतिहास बहुत पुराना है.
पूरी अयोध्या जगमग हो उठी
शनिवार को शाम होते ही जैसे ही रामलला के दरबार में पहला दीप जलाया गया. इसके साथ ही पूरी अयोध्या जगमग हो उठेगी. भगवान श्रीराम पुष्पक विमान रूपी हेलीकॉप्टर से मां सीता और लक्ष्मण के संग आए थे. सीएम आदित्यनाथ योगी व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उनकी अगवानी किया. इसके बाद सीएम योगी ने भगवान श्रीराम का राजतिलक किया. यहां से एक रथ से ये लोग अयोध्या के लिए रवाना हुए. इस रथ को सीएम योगी ने और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी खींचा.
हर दीये में 30 एमएल तेल डाला गया
दीये में तेल भरने के लिए एक-एक लीटर सरसो तेल की बोतल दी गई थी. हर एक दीये में 30 एमएल तेल डाला गया. दीये का ऊपरी हिस्सा कुछ खाली रखा गया था, ताकि तेल घाट पर न गिरे. एक लीटर तेल की बोतल खाली होने के बाद पुनः उसी गत्ते में वापस सुरक्षित रखी गई. दीये में तेल डालने के बाद बाती के आगे वाले भाग पर कपूर का पाउडर लगाया गया था, जिससे वालंटियर्स को दीये प्रज्ज्वलित करने में आसानी हुई.
घर बैठे जलवाएं अपने नाम का दीया
काशी की तर्ज पर सरयू जी की आरती का आयोजन कार्यक्रम होगा. इस दीपोत्सव में आप भी घर बैठे अपने नाम के दीये जलवा सकते हैं. इसके लिए आपको 'होली अयोध्या' नाम की ऐप डाउनलोड करनी होगी जोकि एंड्रायड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है. इस ऐप पर आप 101 रुपए खर्च कर एक दीया जलवा सकते हैं. वहीं, 11 दीयों के लिए 251 रुपए, 21 के लिए 501 रुपए और 51 दीयों के लिए 1,100 रुपए ऑनलाइन खर्च करने होंगे.
2017 से हो रहा दीपोत्सव का आयोजन
बता दें कि साल 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी थी, तब से अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की गई. हालांकि कोरोनकाल में दो वर्ष दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया. अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 में राम की पैड़ी से दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी. उन्होंने बताया कि 2017 में 1.87 लाख दीये जलाए गए. 2022 में 15.76 लाख दीपक जलाए गए थे. बता दें कि अयोध्या के दीपोत्सव ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कर रखा है. लेकिन एक बार फिर यह रिकॉर्ड अयोध्या में ही टूटने वाला है.
ग्रीन पटाखों की हुई आतिशबाजी
इस बार सरयू पुल पर ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी हुई. इस पर करीब 80 लाख रुपए खर्च किए गए. मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथि सरयू तट से आतिशबाजी का अवलोकन किया. शाम होती ही पूरा सरयू पुल रोशनी से नहा उठा.
तोरण द्वार बढ़ा रहे हैं आकर्षण
रामकथा पार्क के प्रवेश मार्ग पर आते ही रामायण युग का अहसास हुआ. रामकथा के विभिन्न प्रसंगों से सुज्जित 15 तोरण द्वार आकर्षण बढ़ा रहे हैं. रामकथा पार्क में राज दरबार की थीम पर भव्य मंच सजाया गया है. पार्क में जगह-जगह राजमहल जैसे दृश्य निर्मित किए गए हैं.
दीपोत्सव के आकर्षण
1. 22 लाख 23 हजार दीये जलाने का बना रिकॉर्ड.
2. 25,000 स्वयंसेवकों ने 51 घाटों पर बिछाए 24 लाख दीये.
3. 84 कोस के 44 मंदिरों में जले 07 लाख दीये.
4. राम की पैड़ी पर 200 फीट लंबे स्क्रीन पर लाइड एंड साउंड शो.
5. राम की पैड़ी पर लेजर शो की रामकथा.
6. रामकथा के प्रसंगों पर 11 रथों पर भव्य झांकी.
7. चार देशों की रामलीला का मंचन.
8. 25 राज्यों के 2500 लोक कलाकारों ने दी प्रस्तुति.
9. 52 देशों के राजदूत शामिल हुए.