प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखेंगे, जो पांच प्रमुख धार्मिक स्थलों को जोड़ेगा. इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से दिल्ली से अमृतसर और दिल्ली से करता का सफर आधा हो जाएगा. जिसकी कुल लंबाई 669 किलोमीटर होगी और इसे लगभग 39,500 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया जाएगा.
धार्मिक स्थलों को जोड़ने में करेगा मदद
ये एक तरह का ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा जो प्रमुख सिख धार्मिक स्थलों सुल्तानपुर लोधी, गोइंदवाल साहिब, खडूर साहिब, तरनतारन और पवित्र हिंदू मंदिर माता वैष्णो देवी को जोड़ेगा. इतना ही नहीं, ये एक्सप्रेसवे चार राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश जैसे हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब और जम्मू-कश्मीर को अंबाला, चंडीगढ़, मोहाली, संगरूर, पटियाला, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, कठुआ और सांबा जैसे प्रमुख आर्थिक केंद्रों को भी जोड़ेगा.
दिल्ली से कटरा तक का सफर 6 घंटे में पूरा
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे सफर को भी आसान कर देगा. इसके बन जाने से दिल्ली से अमृतसर और दिल्ली से कटरा के बीच की दूरी को लगभग 40 किमी कम हो जायेगी. जिससे यात्री दिल्ली से अमृतसर तक 4 से साढ़े 4 घंटे और दिल्ली से कटरा तक 6 से साढ़े 6 घंटे में सफर पूरा सकेंगे. अभी इस सफर को पूरा करने में 14 घंटे लगते हैं.
पूरी तरह से इको फ्रेंडली होगा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे पूरी तरह से इको-फ्रेंडली एक्सप्रेसवे होगा, जिसमें कार्बन फुटप्रिंट में सुधार के लिए लगभग 10 लाख पेड़ों की योजना बनाई जाएगी. एक्सप्रेसवे से एंट्री और एग्जिट को इस तरह से बनाया गया है कि ये इसे दूसरे सभी नेशनल हाईवे और प्रमुख राज्य राजमार्गों पर जाकर मिलाए. सड़क उपयोगकर्ता की सुविधा के लिए, जम्मू-कश्मीर में सात और दूसरे 40 रास्तों के किनारे अलग-अलग सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा.
इन सुविधाओं में फोर-लेन एक्सप्रेसवे में बस डिपो, ट्रक स्टॉप, फूड कोर्ट, मनोरंजक जोड़, ट्रॉमा सेंटर, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और ट्रैफिक पुलिस स्टेशन शामिल होंगे.
2019 में सौंपी गई डीपीआर रिपोर्ट
दरअसल, नवंबर 2019 में दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे की विस्तृत नियोजित रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई थी. जिसके बाद जून 2020 तक इसका नक्शा तैयार किया गया. प्रोजेक्ट के मुताबिक, अमृतसर में एक नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे जोड़ा गया है. एक्सप्रेसवे के लिए जुलाई 2020 में जम्मू-कश्मीर में भूमि अधिग्रहण शुरू किया गया.
जिसके बाद एनएचएआई (NHAI) ने दिल्ली-नकोदर-गुरदासपुर खंड के पूरे खंड के लिए निर्माण कार्य ठेकेदारों को दिया.बता दें, केंदीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सितंबर 2021 में घोषणा की कि दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे दो साल में, यानी 2023 तक पूरा हो जाएगा.
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