बुधवार दोपहर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजघाट डिपो 1 पर 97 और इलेक्ट्रिक बसों का उद्घाटन किया. इससे दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़कर 249 हो जाएगी. बता दें, डीटीसी के तहत अब 102 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं. अधिकारियों के अनुसार, अपने 10 साल के समय में, प्रत्येक बस से PM 2.5 और PM 10 से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन में 0.33 मिलियन टन की कमी आने की उम्मीद है.
हाईटेक सुविधाओं से होगी लैस
अधिकारियों के अनुसार, इलेक्ट्रिक बसें अत्याधुनिक तकनीक वाली होंगी, जिनमें कोई शोर या प्रदूषण नहीं होगा. यात्रियों की सुरक्षा के लिए बस में एयर कंडीशनिंग और सीसीटीवी कैमरे जैसी सुविधाएं मौजूद होंगी.
इसके अलावा, इसमें व्हीलचेयर एक्सेसिबिलिटी, पैनिक बटन की सुविधा शामिल होगा. साथ ही नई बसों में महिला सवारी के लिए विशेष गुलाबी सीटें होंगी. इसके अलावा, ये बसें किसी भी आग की घटना से यात्रियों की सुरक्षा के लिए आग का पता लगाने और दमन प्रणाली से लैस होंगी. आपात स्थिति में लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग भी उपलब्ध होगी. अधिकारियों के मुताबिक इन बसों पर सेंट्रल कमांड कंट्रोल रूम की भी नजर रहेगी.
बसों की कुल संख्या 7,300 हो जाएगी
बता दें कि इससे पहले मई में केजरीवाल ने तीन ई-बस डिपो की सौगात मुंडेला कलां, रोहिणी सेक्टर -37 और राजघाट डिपो में दी थी. इसके साथ लगभग 150 ई-बसों का उद्घाटन भी किया था.
अधिकारियों के मुताबिक इन ई-बसों को खरीदने के लिए सरकार के FAME-II प्रोग्राम का इस्तेमाल किया जा रहा है. इन ई-बसों के आने से दिल्ली के बेड़े में बसों की कुल संख्या बढ़कर 7,300 हो जाएगी. डीटीसी के पास अभी 3670 बसें हैं, जिनमें से 3033 का उपयोग क्लस्टर सेवाओं के लिए किया जाता है.