दिल्ली सरकार इस हफ्ते से बुजुर्गों के लिए अपनी मुफ्त तीर्थ यात्रा योजना फिर से शुरू कर रही है. मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को लेकर एक ट्रेन 14 फरवरी को द्वारका, गुजरात के लिए रवाना होगी. इसके बाद एक और ट्रेन 18 फरवरी को तमिलनाडु के रामेश्वरम के लिए रवाना होगी.
राज्य सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त में तीर्थ यात्राएं आयोजित करती है. तीर्थयात्री इस योजना के तहत वैष्णो देवी, शिरडी, रामेश्वरम, द्वारका, पुरी, हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा और वृंदावन की यात्रा कर सकते हैं. राज्य सरकार ने पिछले साल अयोध्या को सूची में रखा था.
ओमिक्रॉन के कारण रुकी थी योजना:
ओमिक्रॉन मामले बढ़ने के कारण तीर्थयात्रा योजना एक महीने के लिए रुकी हुई थी. तमिलनाडु के वेलंकन्नी चर्च में तीर्थयात्रियों को ले जाने वाली एक ट्रेन 7 जनवरी को रद्द कर दी गई थी.
2019 में केजरीवाल सरकार ने इस योजना की शुरूआत की थी. इस योजना के तहत हर साल 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के साथ-साथ उनकी देखभाल करने वालों को मुफ्त तीर्थ यात्रा कराई जाती है. यह परियोजना पांच तीर्थ स्थानों के साथ शुरू हुई थी और फिर सात और तीर्थ स्थानों को इसमें शामिल किया गया.
60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को 15 यात्राओं पर भेजा जाता है और इन यात्राओं को दिल्ली सरकार फंड करती है. इस योजना में प्रत्येक तीर्थयात्री के लिए यात्रा, आवास और अन्य खर्च शामिल हैं और उन्हें अपने साथ एक अटेंडेंट लाने की भी अनुमति है.
शिरडी, रामेश्वरम जैसी जगहें भी हैं शामिल:
2019 में शुरू की गई योजना में शामिल कुछ तीर्थ स्थल शिरडी, रामेश्वरम, वैष्णो देवी, द्वारका, पुरी और हरिद्वार हैं. इस योजना को पिछले साल दिसंबर में फिर से शुरू किया गया था. मुफ्त तीर्थ यात्रा का लाभ उठाने वाले वरिष्ठ नागरिकों को उनके स्थानीय विधायक प्रमाण पत्र देते हैं. आवेदकों को दिल्ली सरकार के मंत्रियों और तीर्थ यात्रा विकास समिति के अध्यक्ष भी प्रमाण पत्र दिए जाते हैं.
कोविड प्रोटोकॉल को लेकर बैठक
दिल्ली पर्यटन विभाग ने अन्य राज्यों के कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यात्रियों और अन्य राज्यों को कोई असुविधा न हो. मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को फिर से शुरू करने के लिए सरकार ने रेलवे, पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की है. इस बैठक में तीर्थ राज्यों में कोविड प्रोटोकॉल को लेकर चर्चा हुई है.