दिल्ली में कोरोना से लड़ने के युद्ध स्तर तैयारियां, रामलीला मैदान को बनाया हाई टेक 500 बेड्स से लैस कॉविड अस्पताल

राजधानी दिल्ली में भी कोरोना से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं. सरकार नहीं चाहती कि दूसरी लहर की तरह इस बार भी लोगों को अस्पतालों में बेड के लिए परेशान होना पड़े इसलिए सरकार ने पहले से ही कमर कस ली है. दिल्ली के रामलीला मैदान को पूरी तरह से एक अस्पताल के रूप में तब्दील कर दिया है. यहां पर अभी कुछ कोरोनावायरस और ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों भर्ती किया गया है, जिनका इलाज चल रहा है.

Covid high tech hospital in Delhi
तेजश्री पुरंदरे
  • नई दिल्ली,
  • 18 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:43 AM IST
  • 24 घंटे एक मेडिकल टीम रहेगी मौजूद
  • ऑक्सीजन प्लांट की भी सुविधा

दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट की बढ़ती रफ्तार सभी के लिए चिंताजनक बनी हुई है. दूसरी लहर के दौरान मौत के  बढ़ते मामले और ऑक्सीजन की कमी को अभी तक कोई भूल नहीं पाया था कि तीसरी लहर को लेकर लोगों में डर पनप रहा है. बताया जा रहा है कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से भी कई गुना खतरनाक है, जिस पर शायद टीके का भी कोई असर न हो.

रामलीला मैदान में बनाया गया हाई टेक अस्पताल
इसी से सभी के मन में इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि हम तीसरी लहर से निपटने के लिए कितने तैयार हैं. राजधानी दिल्ली में भी कोरोना से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं. सरकार नहीं चाहती कि दूसरी लहर की तरह इस बार भी लोगों को अस्पतालों में बेड के लिए परेशान होना पड़े इसलिए सरकार ने पहले से ही कमर कस ली है.

दिल्ली के रामलीला मैदान को पूरी तरह से एक अस्पताल के रूप में तब्दील कर दिया है. यहां पर अभी कुछ कोरोनावायरस और ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों भर्ती किया गया है, जिनका इलाज चल रहा है.

क्या हैं सुविधाएं?
एलएनजेपी अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार बताते हैं कि यहां पर 500 बेड लगाए गए हैं. यह पूरी व्यवस्था एलएनजेपी अस्पताल द्वारा की गई है. हर एक बेड की खास बात यह है कि यह पूरी तरह से हाईटेक हैं. सभी 500 बेड पैरामाउंट बेड्स हैं. इन सभी बेड पर पोर्टेबल वेंटीलेटर्स लगाए गए हैं. साथ ही इन बेड पर एक मॉनिटरिंग सिस्टम भी इंस्टॉल्ड है. पोर्टेबल वेंटीलेटर्स के साथ-साथ परमानेंट वेंटिलेटर भी रखे गए हैं. यदि कोरोना संक्रमित कोई ऐसा मरीज आता है जिस की स्थिति गंभीर है तो उसे परमानेंट वेंटिलेटर की सुविधा दी जाएगी.  

ऑक्सीजन प्लांट की भी सुविधा
बात ऑक्सीजन की करें तो पहली और दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन को लेकर देशभर में इमरजेंसी जैसे हालात हो गए थे. मरीजों और उनके परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने में काफी दिक्कत हो रही थी. जिन लोगों को अस्पताल में बेड नहीं मिला उन्होंने घर पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम किया. इसी बात को ध्यान में रखते हुए यहां पर ऑक्सीजन की पाइप लाइंस लगाई गई हैं. साथ ही साथ ऑक्सीजन प्लांट भी रामलीला मैदान में लगाया गया है. इस ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता हर रोज 3० टन ऑक्सीजन देने की है.

24 घंटे एक मेडिकल टीम रहेगी मौजूद
इसके अलावा यहां पर डॉक्टरों की और मेडिकल स्टाफ की एक खास टीम तैयार की गई है. यह टीम 24 घंटे इसी हॉस्पिटल में मौजूद रहेगी. 500 बेड वाला रामलीला मैदान में बनाया गया यह अस्पताल अब कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है.

 

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