एनसीआर के लोगों को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है. नेशनल हाईवे, एयरपोर्ट्स, नई ट्रेनें, एक्सप्रेसवे जैसी चीज़ें बनने के बाद अब यहां के लोगों को लॉजिस्टिक पार्क का तोहफा मिलने वाला है.सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय एनसीआर में पूरे 9 लॉजिस्टिक पार्क बनाने वाला है. इसके लिए प्लानिंग भी शुरू हो चुकी है. बता दें, 2025 तक पहले चरण में 5 लॉजिस्टिक पार्क बनाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, बचे हुए चार पार्क को 2026 तक बनाया जाएगा.
इन 9 लॉजिस्टिक पार्क के अलावा भी तीन और पार्क बनाए जायेंगे. ये बचे हुए 3 पार्क तीसरे चरण में एनसीआर बॉर्डर के बहार बनाए जाएंगे. यानि कुल मिलाकर लॉजिस्टिक पार्क नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड के साथ मिलकर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया 13 पार्क बनाना वाला है.
क्या हैं लॉजिस्टिक पार्क?
दरअसल, लॉजिस्टिक पार्क खाद्य वस्तुओं को स्टोर करने का एक एडवांस सिस्टम है. इन पार्कों में कोड स्टोरेज और दूसरे सुविधाएं होती हैं जिसकी मदद से देश भर से लाए माल को इसमें स्टोर किया जा सकता है. वह ख़राब नहीं होता है. जिसके बाद समय आने पर जरूरत के मुताबिक लोकल लेवल पर इस माल को सप्लाई कर दिया जाता है. इससे सामान लाने और ले जाने में होने वाले खर्चे में बचत होती है. जिसके परिणामस्वरूप वस्तु की कीमत भी कम हो जाती है.
आपको बताते चलें कि इन पार्कों में वाहनों की मरम्मत से लेकर गैराज और मकैनिक की सुविधा साथ ही श्रमिकों के लिए रुकने-ठहरने के लिए होटल और ढाबे की सुविधा भी होगी. ये पार्क पीपीपी मॉडल पर बनाए जाने हैं.
इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट करने में होगी मदद
गौरतलब है कि इन पार्कोे के बनाने के पीछे दिल्ली और उसके आस पास के शहरों से ट्रैफिक और वाहनों के दबाव को कम करना है. इसके अलावा दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत जैसे शहरों में सामान का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट करने में भी आसानी पड़ेगी. रोड पर भीड़-भाड़ से भी निजात मिल पाएगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में पहले चरण में 35 मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इनमें से 15 को पीपीपी मॉडल पर बनाए जाएंगे, जिसके लिए टेंडर भी पास हो चुका है.