दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों को घुसपैठ में मदद करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है. दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस की AATS टीम के शिकंजे में दो बांग्लादेशी और दो भारतीय आए हैं.
गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी बिलाल हुसैन और उसकी पत्नी तान्या खान है. इसके अलावा, दो भारतीय नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है. उनके नाम अनिमुर इस्लाम और आशीष मेहरा है. पुलिस ने बताया कि इन दोनों पर बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में घुसपैठ कराने और फर्जी दस्तावेज बनवाने में मदद करने का आरोप है.
बरामद किए कई दस्तावेज
पुलिस ने उनके पास से 6 फर्जी आधार, 18 क्रडिट/डेबिट कार्ड, 2 पैन कार्ड, 6 चेकबुक, 2 पास बुक, 2 QR कोड, 1 वोटर कार्ड, भारतीय पासपोर्ट आवेदन और दूसरे कागजात को भी जब्त किया है. पुलिस ने फॉरेनर्स एक्ट, 318(2), 319(2), 337, 61 (1A) BNS और 34 आधार एक्ट के तहत फतेहपुर बेरी थाने में केस दर्ज किया.
किस तरह काम करता था गिरोह
पुलिस के मुताबिक ये गिरोह तीन मॉड्यूल पर काम करता था. पहले मॉड्यूल के तहत ये लोग बांग्लादेश की ओर से लोगों को डंकी रूट से भारत में एंट्री कराते थे. इसके बाद दूसरा मॉड्यूल भारत में इन लोगों को रिसीव करता था और असम में ले जाकर वहां से ट्रेन के रास्ते या दूसरे माध्यम से दिल्ली भेजता था. वहीं, तीसरे मॉड्यूल में इन्हें दिल्ली में अवैध रूप से बसने में मदद करते थे और फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करते थे.
पुलिस की मुहिम
पुलिस के मुताबिक वैध भारतीय दस्तावेजों के बिना रह रहे बांग्लादेशियों की पहचान करने, उन्हें हिरासत में लेने और उन्हें वापस भेजने का अभियान चलाया जा रहा है. बिना दस्तावेज वाले घुसपैठियों का पता लगाने के लिए और खुफिया जानकारी जुटाने के लिए एक टीम तैनात की गई थी.
क्या कहता है पुलिस की आंकड़ा
पुलिस ने ये भी बताया कि साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस 12 बांग्लादेशियों और 31 अफ्रीकी नागरिकों को साल 2024 में डिपोर्ट करा चुकी है. ये दिल्ली के साउथ डिस्ट्रिक्ट का आंकड़ा है. इसके अलावा साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट अभी तक 26 बांग्लादेशियों को डिपोर्ट कर चुका है. दोनों डिस्ट्रिक्ट मिलाकर अभी तक कुल 38 बांग्लादेशियों को डिपोर्ट कर चुके हैं. इस बीच, दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेश से आए 25 से अधिक अवैध अप्रवासियों की पहचान की है और उन्हें डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
कौन है पूरे रैकेट का किंगपिन
इस मॉड्यूल का किंगपिन बांग्लादेशी अनीश शेख है जो 15 साल पहले खुद भारत आया था. इसी ने बांग्लादेश की तरफ अपने एजेंट भी रखे हुए हैं. यहां अनीश खुद अपनी पत्नी के साथ इन बांग्लादेशियों को रहने और उनके डॉक्यूमेंट बनाने में मदद करता था. फिलहाल अनीश शेख और उसकी पत्नी फरार हैं.
दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों के घुसपैठ और फर्जी दस्तावेजों की कार्रवाई के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखी है. इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं क्योंकि पुलिस अब अनीश शेख और उसकी पत्नी की तलाश में जुटी है.