सेंट्रल वर्ज पर लोहे की ग्रिल... नए फुट ओवरब्रिज... स्पीड डिटेक्टर कैमरे...सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने बनाया 100 दिन का एक्शन प्लान

100-दिवसीय योजना में एक प्रमुख कदम सड़कों के केंद्रीय किनारों पर लोहे की ग्रिल्स की स्थापना है. इन ग्रिलों का उद्देश्य पैदल चलने और अनधिकृत सड़क क्रॉसिंग को रोकना है. साथ ही नए फुट ओवरब्रिज पर भी काम होगा और स्पीड डिटेक्टर कैमरे भी लगाएं जाएंगे.

Delhi Traffic (Representative Image)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:48 AM IST
  • हर साल होती हैं कई दुर्घटनाएं 
  • सेंट्रल वर्ज पर लोहे की ग्रिल्स की होगी स्थापना

दिल्ली में सड़क सुरक्षा सालों से एक बढ़ती चिंता का विषय रही है. शहर में हर साल बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं देखी जाती हैं. इस खतरनाक स्थिति से निपटने के लिया दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने '100-दिवसीय कार्य योजना' शुरू की है. इस योजना में सड़क मरम्मत, सुरक्षा बुनियादी ढांचे की स्थापना और ट्रैफिक नियमों को लागू करने जैसे मुद्दों को संबोधित किया जाएगा. 

दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने सभी पुलिस यूनिट को अपनी योजनाओं का मसौदा तैयार करने का काम सौंपा गया था. जिसे बाद में 14 जून तक केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंप दिया गया.

हर साल होती हैं कई दुर्घटनाएं 

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में हर साल सड़क दुर्घटनाओं के कारण लगभग 1,400 मौतें होती हैं. यह चौंका देने वाला आंकड़ा बताता है की सड़क सुरक्षा से जुड़े उपायों को करना कितना जरूरी है. इसी को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने दुर्घटना-संभावित क्षेत्रों, जिन्हें ब्लैक स्पॉट के रूप में जाना जाता है, की पहचान करने और उनका समाधान करने के लिए कई पहल की हैं. 

100-दिन वाली इस योजना में क्या है शामिल? 

सेंट्रल वर्ज पर लोहे की ग्रिल्स की स्थापना

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 100-दिवसीय योजना में एक प्रमुख सड़कों के केंद्रीय किनारों पर लोहे की ग्रिल्स की स्थापना है. इन ग्रिलों का उद्देश्य पैदल चलने और अनधिकृत सड़क क्रॉसिंग को रोकना है. ये दुर्घटनाओं की सबसे बड़ी वजह बनते हैं. इसके लिए कुछ प्रमुख स्थान भी पहचाने गए हैं: 

-मूलचंद से डिफेंस कॉलोनी फ्लाईओवर

-रोहतक रोड

-रानी झांसी रोड

-अक्षरधाम से चिल्ला बॉर्डर

-मधुबन चौक से रिंग रोड

नए फुटओवर ब्रिज का निर्माण

सुरक्षित पैदल यात्री क्रॉसिंग को और सुविधाजनक बनाने के लिए, ट्रैफिक पुलिस कई नए फुटओवर ब्रिज बनाने की योजना बना रही है. ये लोगों को सड़कों को पार करने के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प देगी. जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा.  नए एफओबी के लिए प्रस्तावित कई जगह हैं:

-पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन से रोहिणी कोर्ट

-जवाहरलाल नेहरू मार्ग से दरियागंज

-पांडव नगर

-नंद नगरी डिपो से वजीराबाद रोड

स्पीड डिटेक्टर कैमरे की स्थापना

कई सड़क दुर्घटनाओं में तेज स्पीड एक बड़ी वजह है. ऐसे में ट्रैफिक पुलिस ने स्पीड डिटेक्टर कैमरों की स्थापना करने का कदम उठाया है. ट्रैफिक पुलिस ने कई जगहों की पहचान की है जहां तेज रफ्तार वाहनों पर नजर रखने और उन्हें रोकने के लिए ये कैमरे तैनात किए जाएंगे.  

सड़क मरम्मत और रखरखाव

इन सुरक्षा उपायों के अलावा, 100-दिवसीय योजना में सड़क की मरम्मत और रखरखाव पर भी ध्यान दिया गया है. मानसून का मौसम नजदीक आने के साथ, खराब सड़क के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सड़कें अच्छी स्थिति में हों. ऐसे में कुछ सड़कों की पहचान की गई है, जिन्हें तत्काल मरम्मत की जरूरत है:

-वंदे मातरम् मार्ग

-प्रगति मैदान सुरंग

-रेलवे ब्रिज (लोहे-का-पुल)

-महरौली-महिपालपुर रोड

-खजूरी चौक से भजनपुरा

-मेन लोनी रोड.


 

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