Delhi Pollution: दिल्ली में सांस लेना हुआ मुश्किल...स्कूलों की छुट्टी, जानिए प्रदूषण के कारण किन-किन चीजों पर लगी है रोक

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर और अधिक खराब हो गया है. शुक्रवार को ये गंभीर स्तर पर पहुंच गया. गुरुवार को दिल्ली के कई इलाकों पर AQI 400 के पार पहुंच गया है. ऐसे में ग्रैप-3 के तहत नई पाबंदियां लागू की गई हैं.

Delhi Pollution
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:39 AM IST

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता और खराब हो गई है.दिवाली से पहले वायु गुणवत्ता सूचकांक के 'गंभीर' स्तर पर पहुंचने के कारण गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में एयर इमरजेंसी घोषित कर दिया गया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि बढ़ते प्रदूषण स्तर के मद्देनजर दिल्ली के सभी सरकारी और प्राथमिक स्कूल शुक्रवार और शनिवार को बंद रहेंगे. दिल्ली सरकार ने दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में गैर-जरूरी निर्माण गतिविधियों और बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल कारों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है. शुक्रवार की सुबह, दिल्ली में समग्र AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में 346 दर्ज किया गया. वहीं गुरुवार को कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AIR Quality Index) 400 का मार्क पार कर गया है. इसे देखते हुए ग्रेडेड एक्शन रिस्पॉन्स प्लान (GARP-3) लागू कर दिया गया है. 

दिल्ली-NCR AQI गंभीर से खतरनाक 
1. शून्य और 50 के बीच एक AQI अच्छा माना जाता है, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब और 401 और 500 के बीच गंभीर और 500 से ऊपर, यह खतरनाक है.

2. जबकि दिल्ली का AQI अब तक गंभीर हो चुका है. वैज्ञानिकों ने हवा की गुणवत्ता में और गिरावट की चेतावनी दी है. गुरुवार रात 10 बजे, AQI गिरकर 422 पर पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे खराब स्तर है. 24 घंटे का औसत AQI बुधवार को 364, मंगलवार को 359, सोमवार को 347, रविवार को 325, शनिवार को 304 और शुक्रवार को 261 था.

3. दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाने को भी प्रदूषण बढ़ने का एक मुख्य कारण माना जा रहा है. देश के उत्तरी हिस्सों में पराली जलाना अभी भी जारी है. इसके कारण दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और आस-पास के इलाकों में हवा में धुंध बढ़ रही है.

4. गुरुवार को कई स्थानों पर PM2.5 की सांद्रता 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से सात से आठ गुना अधिक हो गई.

5. पुणे में भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के एक मॉडल-आधारित अध्ययन से पता चला है कि गुरुवार को दिल्ली में PM2.5 प्रदूषण में पराली जलाने से निकलने वाले धुएं की हिस्सेदारी 25% थी. यह आज 35 फीसदी तक जा सकता है.

6. इस साल अक्टूबर में बारिश नहीं होने से अक्टूबर 2023 में दिल्ली की वायु गुणवत्ता 2020 के बाद से सबसे खराब थी. अक्टूबर 2022 (129 मिमी) और अक्टूबर 2021 (123 मिमी) के विपरीत, अक्टूबर 2023 में केवल 5.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई.

7. दिल्ली का वायु प्रदूषण 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच चरम पर होता है जब पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाना बढ़ जाता है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बताया कि इस साल 15 सितंबर के बाद से पंजाब और हरियाणा दोनों में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है लेकिन पिछले कुछ दिनों में इसमें बहुत उछाल आया है.

8. गुरुग्राम जिला मजिस्ट्रेट ने एक कानून के तहत कचरा, पत्ते, प्लास्टिक और रबर जैसे अपशिष्ट पदार्थों को जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसका उल्लंघन करना दंडनीय अपराध है.

9. वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब होने के मद्देनजर गुरुग्राम में धारा 144 लागू कर दी गई है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा भी शुक्रवार से शुरू होने वाले GRAP III प्रतिबंधों के अंतर्गत आ गए हैं.

10. दिल्ली मेट्रो 20 अतिरिक्त ट्रेनें चलाएगी क्योंकि लोगों को कार छोड़कर मेट्रो का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.

 

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