Kanwar Yatra 2024: Uttar Pradesh में कांवड़ यात्रा को लेकर हुई हाई लेवल मीटिंग, लिए गए ये चार बड़े फैसले

मेरठ में यूपी के अधिकारियों और दूसरे राज्यों के साथ कांवड़ यात्रा की तैयारी की समीक्षा बैठक में ये फैसले लिए गए. यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार इस समीक्षा बैठक में शामिल रहे. यूपी से सटे उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के अधिकारी भी मीटिंग में शामिल हुए.

कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू होगी.
शिल्पी सेन
  • लखनऊ,
  • 06 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:19 PM IST
  • मेरठ में हुई यूपी के अधिकारियों की बैठक
  • पड़ोसी राज्यों के अधिकारी भी रहे मौजूद

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इनमें राज्य प्रशासन का सबसे बड़ा फैसला है कि यूपी में आने वाले दूसरे राज्यों के कांवड़ियों को संबंधित राज्य पहचान पत्र (Identity Card) जारी करेंगे. साथ ही यह भी फैसला हुआ कि यात्रा साथ चलने वाला डीजे एक निर्धारित आवाज के नीचे रहकर ही गाने बजा सकेगा. 

मेरठ में यूपी के अधिकारियों और दूसरे राज्यों के साथ कांवड़ यात्रा की तैयारी की समीक्षा बैठक में ये फैसले लिए गए. यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार इस समीक्षा बैठक में शामिल रहे. यूपी से सटे उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के अधिकारी भी मीटिंग में शामिल हुए. साथ ही पश्चिमी यूपी के 6 मंडलों के अधिकारी मीटिंग में मौजूद रहे. कांवड़ यात्रा के रूट, ट्रैफ़िक डायवर्जन और यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. 

आइए डालते हैं बैठक में लिए गए सभी फैसलों पर एक नजर.

भाला, त्रिशूल नहीं लेकर चल सकेंगे कांवड़िये: 
शनिवार को हुई हाईलेवल बैठक में इस बात पर फैसला हुआ कि कांवड़िए अपने साथ भाला-त्रिशूल या किसी तरह का हथियार लेकर नहीं चल सकेंगे. यात्रा के मार्ग पर कांवड़ियों की सुविधा, भोजन और विश्राम के लिए शिविर बनाए जाएंगे. इनमें चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध होगी. महिलाओं के लिए भी व्यवस्था होगी. ये शिविर हाइवे और एक्सप्रेसवे से दूरी पर बनाए जाएंगे. 

डीजे के लिए तय हुई ध्वनि सीमा
कांवड़ यात्रा के रूट पर डीजे के लिए भी स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंगे. डीजे पर पाबंदी नहीं रहेगी, लेकिन नियमानुसार ध्वनि सीमा तय होगी. साथ ही कांवड़ यात्रा की ऊंचाई भी तय होगी. इस बात को लेकर इसलिए भी चर्चा हुई क्योंकि ऊंचाई ज़्यादा होने से कई बार बिजली के तारों से करंट लगने की संभावना रही है और ऐसी कुछेक दुर्घटनाएं घटी भी हैं. इसके अलावा बिजली के खंभों को पॉलीथिन और ट्रांसफॉर्मर को जाली से कवर किया जाएगा ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके. 

बंद रहेंगी शराब-मांस की दुकानें
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि कांवड़ यात्रा रूट पर शराब और मांस की दुकानें बंद रहेंगी. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग को 5 जोन में बांटा गया है. कांवड़ रूट के सभी 12 जिलों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है. इसको दो भागों में बांटा गया है. इसमें एक ग्रुप में वरिष्ठ अधिकारी जबकि दूसरे ग्रुप में थाना स्तर के अधिकारी जानकारी साझा करेंगे. 

दूसरे राज्य जारी करें कांवड़ियों को आईडी
बैठक में शामिल दूसरे राज्यों के अधिकारियों से इस बात का आग्रह किया गया है कि कांवड़ियों को आईडी उपलब्ध करवाई जाए. दूसरे राज्यों से समन्वय के लिए यूपी-उत्तराखंड में कुल 8 कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे. डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि 'कांवड़ यात्रा का रूट तय होगा. यात्रा के दौरान दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के बार्डर पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. 

बम निरोधक दस्ता, इंटेलिजेंस ब्यूरो और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की टीम सक्रिय रहेगी. जिन रास्तों से यात्रा निकलेगी वहां से भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. दिल्ली एक्सप्रेस वे, देहरादून एक्सप्रेस वे और चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर 21 जुलाई की रात 12 बजे से भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. 

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