Presidential Election: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार चुन लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान किया. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल होने के साथ पहली आदिवासी महिला राज्यपाल भी रही हैं. 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं द्रौपदी मुर्मू को बड़े फैसले लेने के लिए जाना जाता है. अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वो भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी.
टीचर के तौर पर की थी करियर की शुरुआत
20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू ने एक शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और फिर ओडिशा की सियासत में कदम रखा. मुर्मू मयूरभंज के रायरंगपुर से बीजेपी के टिकट पर दो बार (2000 और 2009) विधायक भी रह चुकी हैं. मुर्मू ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में पार्टी के भीतर कई प्रमुख पदों पर काम किया है. मुर्मू 2013 से 2015 तक बीजेपी के एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी रही हैं.
ओडिशा में कई मंत्रालय भी संभाल चुकी हैं मुर्मू
मुर्मू ने अपने राजनीति करियर की शुरुआत 1997 में ओडिशा के रायरंगपुर की पार्षद के रूप में जीतकर की. उसी साल बीजेपी ने मुर्मू को एसटी मोर्चा का राज्य उपाध्यक्ष चुना. मुर्मू ने ओडिशा में परिवहन और वाणिज्य जैसे अलग-अलग मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली. मुर्मू ने मत्स्य पालन, पशुपालन जैसे विभागों में भी अपना सेवा दी है.
पीएम मोदी ने दी बधाई
जेपी नड्डा के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा कि ''श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित किया है, उनके पास एक अच्छा प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल काफी शानदार रहा है. मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी. वहीं, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. पटनायक ने कहा है कि यह ओडिशा के लिए गर्व का विषय है.
मुर्मू की पर्सनल लाइफ
मुर्मू की पर्सनल लाइफ ट्रैजिडी भरी रही है. मुर्मू की शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई थी. शादी के बाद तीन संतानें हुई, लेकिन द्रौपदी मुर्मू के परिवार में अभी सिर्फ एक बेटी है. मुर्मू के पति और दोनों बेटों की मृत्यु हो चुकी है. द्रौपदी मुर्मू अपना आंखें भी दान कर चुकी हैं.
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मंगलवार को ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की तरफ से सर्वसम्मति से साझा उम्मीदवार चुना गया है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है. 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. 21 जुलाई को नतीजे आएंगे.
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