रेलवे के नए फैसले का असर, 1700 ट्रेनों के किराए में 15 फीसदी की कटौती

भारतीय रेलवे ने जोनल रेलवे (Zonal railways) को मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों द्वारा प्रयोग में लाये जा रहे ‘स्पेशल’ टैग को हटाने के लिए कहा है. रेलवे ने निर्देश दिए हैं कि सभी ट्रेनें तत्काल प्रभाव से टिकटों की उन्हीं कीमतों को लागू करें जो कोरोना महामारी से पहले ली जाती थी.

Photo: PTI
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 1:20 PM IST
  • रेलवे बोर्ड करेगा यात्री किराए में लगभग 15% की कमी
  • जोनल रेलवे को दिए हैं ‘स्पेशल’ टैग हटाने के निर्देश
  • हर दिन चलती हैं लगभग 1700 ट्रेनें

जल्द ही ट्रेन का किराया सस्ता होने वाला है. रेलवे के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि रेलवे बोर्ड यात्री किराए में लगभग 15% की कटौती करने वाला है. आपको बता दें, भारतीय रेलवे ने पिछले हफ्ते ही घोषणा की थी कि सामान्य ट्रेन सेवाएं जल्द ही फिर से शुरू होंगी.

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे अधिकारी ने उन्हें कहा, “कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू की गई स्पेशल ट्रेनों को सामान्य ट्रेन सेवाओं से बदला जायेगा. इसके परिणामस्वरूप रेलवे यात्रियों के किराए में लगभग 15% की कमी आएगी." 

जोनल रेलवे को दिए हैं ‘स्पेशल’ टैग हटाने के निर्देश 

इस बीच, भारतीय रेलवे ने जोनल रेलवे (Zonal railways) को मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों द्वारा प्रयोग में लाये जा रहे ‘स्पेशल’ टैग को हटाने के लिए कहा है. रेलवे ने निर्देश दिए हैं कि सभी ट्रेनें तत्काल प्रभाव से टिकटों की उन्हीं कीमतों को लागू करें जो कोरोना महामारी से पहले ली जाती थी.

हालांकि, रेलवे अधिकारी के मुताबिक, कोविड-19 महामारी के कारण अभी खाना और सस्ता प्लेटफॉर्म टिकट शुरू नहीं किया जायेगा. 

हर दिन चलती हैं लगभग 1700 ट्रेनें

आपको बता दें, महामारी के आने से पहले, हर दिन रेलवे द्वारा लगभग 1,700 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें चलायी जाती थी. कोरोना के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन के बीच इन ट्रेनों को रोक दिया गया था. हालांकि, अनलॉक के दौरान रेलवे ने कई ट्रेनों की सेवाएं शुरू की और उन्हें ‘स्पेशल’ का टैग दिया, जिससे यात्री किराए में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई.

रेलवे करेगा कोविड-19 को रोकने के सभी उपाय 

हालांकि, भारतीय रेलवे ने फैसला किया कि वह कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन करेगा और सभी उपायों को लागू रखेगा. इन उपायों में टिकटों की ओवर-द-काउंटर बिक्री पर प्रतिबंध, ट्रेनों में पका हुआ भोजन नहीं परोसना और महंगे प्लेटफॉर्म टिकट शामिल हैं. इस बीच रेलवे ने यह भी साफ कर दिया है कि वह पहले से बुक किए गए टिकटों पर न तो ऊपर से कोई पैसा लेगा और न ही कोई रिफंड देगा.

आपको बता दें, भारतीय रेलवे ने चालू वित्त वर्ष में सितंबर तक यात्री किराए से 15,434.18 करोड़ रुपये की कमाई की है, जो सितंबर 2020 तक 1,258.74 करोड़ रुपये थी. 

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