केंद्र सरकार द्वारा दिए गए तीनों कृषि कानून को सरकार अब वापस ले चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद भी किसान बॉर्डर पर जमे रहे. किसानों का कहना था कि जब तक संसद में कृषि कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा. आखिरकार सरकार ने बिल वापस लिया, और किसानों ने 11 दिसंबर अपने घरों की ओर कूच करने की ठान ली.
आंदोलन के मंच से सोशल मीडिया के स्टार बने किसान
लेकिन किसान आंदोलन में दिल्ली के तीनों बॉर्डर पर जब किसानों का मंच सज़ा, तो एक के बाद किसान नेताओं ने मंच पर तमाम स्पीच दी. उस वक्त अगर आम किसानों में से भी किसी को अपनी कोई बात रखनी होती तो वो भी इसी मंच का प्रयोग कर सकते थे. यही से शुरू हुआ सिलसिला सोशल मीडिया में फेमस होने का. अपने अलग अंदाज से, अपने शब्दों से, तंज कसने के अंदाज से इन लोगो ने सोशल मीडिया पर एक अलग ही पहचान बना ली. इनके वीडियो लोग रिकॉर्ड करते और उसके व्यूज मिलियन में पहुंच जाते.
हरेंद्र ताऊ ने बटोरी सुर्खियां
ताऊ हरेंद्र का नाम तो आपने सोशल मीडिया पर जरूर ही सुना. जैसे ही आप सोशल मीडिया पर इनका नाम टाइप करेंगे उनसे जुड़े तमाम वीडियो आपके सामने आ जायेंगे. हालात ये है कि ताऊ जब भी आंदोलन स्थल पर आते हैं, तो तमाम लोग सेल्फी खिंचवाना शुरू कर देते हैं. मेरठ के रहने वाले वाले हरिंदर ताऊ के पास केवल 1 बीघा जमीन है, लेकिन सोशल मीडिया पर उन्हें कौन नहीं जानता. आंदोलन स्थल से लेकर हर जगह उनके साथ सेल्फी लेने वालों की लंबी क़तर रहती है. हर कोई उनके साथ फोटो खिंचवाना चाहता है. ताऊ कहते हैं कि उन्हें पता ही नहीं चला की कब वो स्टार बन गए. वो बताते हैं कि, हमने तो मोबाइल भी अब चलाना सीखा है.
किशन पाल यादव का भी रहा जलवा
हरिंदर ताऊ की तरह किशन पाल यादव का भी जलवा रहा. यहाँ चौराहे पर आस पास के लोगों को किस्सा सुनना हो तो लोग किशन के पास जमावड़ा लगा लेते थे. इस आंदोलन की वजह से न जाने कितने लोग सोशल मीडिया के स्टार बन गए. मीडिया पर चलने वाले तमाम चैनलों के माध्यम से इन लोगों की पहचान हर तरफ फैल गयी.