11 दिसंबर को किसान मनाएंगे विजय दिवस, जश्न के मौके पर तैयार है खाने का खास मेन्यू

यहां के लंगर में मौजूद किसान बताते हैं कि उनके गांव में शादी के पहले हल्दी और दूसरे रीति रिवाज में जिस तरह का खाना बनाया जाता है, विजय दिवस पर उसी तरह का खाना तैयार किया जाएगा. जिस तरह से शादी में पूरे घर में जश्न और खुशी का माहौल होता है कल यहां भी उसी तरह का माहौल होगा.

11 दिसंबर को किसान मनाएंगे विजय दिवस
मनीष चौरसिया
  • नई दिल्ली,
  • 10 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:30 PM IST
  • शादी जैसा खाना बनाएंगे किसान
  • जश्न में होगा डीजे का इंतजाम

किसान आंदोलन की समाप्ति की घोषणा हो चुकी है. किसान 11 दिसंबर से अपने घरों की तरफ कूच करना शुरू कर देंगे. लेकिन उसके पहले सिंघु, टिकरी और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर विजय दिवस मनाया जाएगा.  गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने विजय दिवस के लिए खास मेन्यू तैयार कर रखा है, जिसमें अलग-अलग लंगर में कई तरह के पकवान बनाने की तैयारी की जा रही है.

24 घंटे बनेंगी जलेबीयां
नजीबाबाद बिजनौर से आए किसानों ने आज से ही जश्न मनाना शुरू कर दिया है. इस लंगर में आज सुबह से ही जलेबी बनाई जा रही है, जो कि विजय दिवस तक यानी लगभग 24 घंटे लगातार बनती रहेगी. किसानों का कहना है कि जलेबी के अलावा विजय दिवस के लिए कई तरह के पकवान का भी इंतजाम किया गया है. लंच में दाल रोटी और सब्जी के साथ कल सबको लस्सी भी पिलाई जाएगी. यहां मौजूद किसान जसपाल सिंह बताते हैं कि हम तो घर से सिर्फ कुछ दिनों का राशन लेकर आए थे. लेकिन यहां की जनता ने खूब दिया तो जाने से पहले भी हम सब कुछ जनता को वापस करना चाहते हैं. अगर विजय दिवस तक राशन खत्म नहीं हुआ तो बचा हुआ राशन वह गरीबों में दान कर देंगे या फिर पास के गुरुद्वारे में दान कर देंगे, घर लेकर कुछ भी नहीं जाएंगे.

24 घंटे तली जाएंगी जलेबीयां

शादी जैसा खाना बनाएंगे किसान
शामली से आये किसान विजय दिवस पर देसी घी का हलवा बनाएंगे. धुली उड़द की दाल भी  कल बनाई जाएगी. यहां के लंगर में मौजूद किसान बताते हैं कि उनके गांव में शादी के पहले हल्दी और दूसरे रीति रिवाज में जिस तरह का खाना बनाया जाता है, विजय दिवस पर उसी तरह का खाना तैयार किया जाएगा. जिस तरह से शादी में पूरे घर में जश्न और खुशी का माहौल होता है कल यहां भी उसी तरह का माहौल होगा.

लंच में दाल रोटी और सब्जी के साथ कल सबको लस्सी भी पिलाई जाएगी.

डीजे बजेगा, पार्टी होगी
ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर ही  गुरुद्वारा लंगर साहिब श्री हुज़ूर साहिब नाम से एक लंगर चल रहा है. आज यहां का माहौल किसी उत्सव से कम नहीं है. नजारा देख कर ऐसा लगता है मानो किसी बड़े जश्न की तैयारी हो. एक तरफ महिलाएं सब्जी काट रही हैं तो दूसरी तरफ पुरुषों की एक टीम गुलाब जामुन बनाने में लगी है. यहां के सेवादार एसपी सिंह बताते हैं कि विजय दिवस के लिए गुलाब जामुन तैयार किए जा रहे हैं. इसके अलावा खाने में छोले और कुलचे की व्यवस्था भी की जाएगी. अब क्योंकि जश्न है इसलिए विजय दिवस पर डीजे की व्यवस्था भी की जा रही है.

शादी जैसा खाना बनाएंगे किसान

मीठा नमकीन का संतुलन होगा
गाजीपुर बॉर्डर पर बाबा जग्गा के लंगर में आप पहुंचेंगे तो यहां पकवानों की सबसे लंबी कतार दिखाई पड़ेगी. विजय दिवस के लिए यहां रसगुल्ले तैयार हो चुके हैं. बेसन की बर्फी भी लगभग तैयार है. विजय दिवस के दिन जलेबी की व्यवस्था भी की जाएगी. लेकिन मजे की बात ये है कि यहां मौजूद किसान बताते हैं कि विजय दिवस पर लंगर में मीठा और नमकीन के बीच पूरा संतुलन बनाने की कोशिश की जाएगी. 4 तरह की मिठाई के साथ आलू के पकोड़े, समोसे और ब्रेड पकोड़े की भी व्यवस्था होगी.

मीठा नमकीन का संतुलन होगा

लखीमपुर के किसान गुरुद्वारा का प्रसाद बनाएंगे
खुशी और जश्न के माहौल के बीच लखीमपुर के किसान विजय दिवस की तैयारी तो कर रहे हैं. लेकिन उनका कहना है कि वह शहीदों को पूर्ण रूप ये याद किया जाएगा. किसानों का कहना है शहीदों को ध्यान में रखते हुए हमने सोचा है कि जिस तरह का प्रसाद गुरुद्वारे में तैयार होता है, हम उसी तरह का प्रसाद तैयार करेंगे. जैसे गुरुद्वारे में दाल और फुलका मिलता है उसी तरह हम भी लंगर में दाल और फुलका ही बनाएंगे. गुरुद्वारे की तरह ही विजय दिवस पर प्रासादा भी तैयार किया जाएगा. इसके अलावा कुछ दूसरे लंगर में चाऊमीन,चाट, टिक्की की भी व्यवस्था की जाएगी.
 

 

Read more!

RECOMMENDED