मां-बाप अपने बच्चों को पढ़ने-लिखने और समर्थ बनाने के लिए पूरी कोशिश करते हैं. साथ ही अगर बच्चा भटकने लगे तो उसकों सही रास्ते पर भी लाने का हक भी मां-बाप का ही होता है. यानी कुल मिलाकर एक बच्चे की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी मां-बाप उठाते हैं.
लेकिन कानपुर में एक ऐसा मामला सामने आया जहां बेटा बाप के ही खिलाफ हो गया. दरअसल बेटे को नशे और अवारागर्दी की लत लग गई थी. ऐसे में बाप ने उसको सुधारने के लिए उसको संपत्ति से बेदखल कर दिया. लेकिन बेटे को यह बात चुभ गई. ऐसे में उसने अपने ही पिता को सबक सिखाने के लिए अपने दोस्तों संग मिलकर घर में एक करोड़ से ज्यादा की चोरी कर डाली.
पुलिस के पंजे में हुआ कैद
बाप की शिकायत पर पुलिस ने बेटे को खोज निकाला और उसके पास से चोरी किया हुआ कैश और लाखों के जेवरात बरामद किए. बता दें कि शख्स कानपुर में पनकी इलाके का रहने वाला है. और डाई का एक बड़ा कारोबारी है. वह पनकी में ही अपने बेटे के साथ रहता है. उनका इकलौता बेटा प्रतिष्ठित स्कूल का छात्र है. लेकिन उसकी संगत खराब हो गई थी.
कैसे बिगड़ी संगत
उसे नशेबाजी की लत लग गई थी. साथ ही उसने घर भी रात को देर से आना शुरू कर दिया था. इसके अलावा उसका उठना-बैठना भी अपने से ज्यादा उम्र के बच्चों के साथ हो गया था. वह काफी पार्टियों में जाने लगा था.
उसके पिता ने उसे काफी समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माना. उसने पिता ने जब उसे सिगरेट पीते देखा तो काफी डांटा.
साथ ही उसकी संगत को सुधारने के लिए उन्होंने अपना निवास स्थान भी बदल लिया. और किराए में मकान में लगने लगे. पर बेटे की संगत फिर भी नहीं सुधरी. उसे आदतें वैसी की वैसी ही रही.
लेना पड़ा सख्त कदम
पिता ने उसको सुधारने के लिए उसको संपत्ति से बेदखल कर दिया. लेकिन अपने ही घर में उसको जगह दी. अपने पिता को सबक सिखाने के लिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर प्लान बनाया कि वह घर की तिजोरी से चोरी करेगा. जिसमें 21 लाख रुपया नगद और 80 लाख से ज्यादा के सोने-चांदी के जेवर थे. जिसके बाद उसने दोस्तों के साथ मिलकर सब कुछ चुरा लिया और भाग गया.
-रंजय सिंह की रिपोर्ट