पूरा उत्तर और पश्चिम भारत इन दिनों कुदरत का डबल अटैक झेल रहा है. उत्तर भारत में ठंड का सितम कितना है वो आप इससे समझ सकते हैं कि कानपुर में एक से 7 जनवरी तक हृदय रोग संस्थान की ओपीडी और इमरजेंसी में करीब 4 हजार 862 मरीज पहुंचे और शीतलहर की वजह से 90 से ज्यादा लोगों की मौत हार्ट अटैक की वजह से हो गई. एतियातन बढ़ती ठंड से बचने की बहुत ज्यादा जरूरत है. ठंड का कहर सड़कों पर भी छाया हुआ है.
कोहरे की वजह से शुरू हो गया हादसों का सिलसिला
कोहरे की वजह से सड़कों पर हादसों का सिलसिला शुरू हो चुका है. यूपी से बिहार तक दर्जन भर मौतें हो चुकी हैं. आज तो कोहरा इतना ज्यादा रहा है कि सुबह के वक्त दिल्ली कोहरे में गुम हो गई. सड़क पर इतना घना कोहरा था कि 25 मीटर देखना भी दूभर हो रहा था. कोहरे में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर आप सुरक्षित रह सकते हैं.
कोहरे के कारण सड़क पर हो रहे इन हादसों से बचने के लिए एक्सपर्ट की सलाह है कि सबसे पहले ड्राइविंग करते वक्त आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.
सड़क पर बरतें ये सावधानियां
रास्ते में धुंध या कोहरा हो जाए, तो कार में फॉग लाइट्स का इस्तेमाल करना चाहिए, जिनके सहारे आप आसानी से दूर तक देख सकते हैं. वहीं, हाई बीम के बदले लो-बीम पर हेडलाइट जलाना भी हादसों से बचा सकता है, क्योंकि लो-बीम पर रोशनी नहीं फैलती. कोहरे में कार धीमी रफ्तार से चलानी चाहिए, क्योंकि कई कोहरे के साथ ओस पड़ने से कई बार सड़कें गीली हो जाती हैं.
इसके अलावा सामने से आने-जाने वाले लोग और गाड़ियां भी नजर नहीं आतीं, तो कार धीरे चलाने से आगे की चीजों पर नजर रखना आसान रहेगा. इसके अलावा, अगर कहीं मुड़ना हो, तो इंडिकेटर थोड़ा जल्दी ऑन करना चाहिए, ताकि पीछे वाली गाड़ी को अंदाजा हो सके और ब्रेक लगाने के लिए वक्त मिल जाए.
घने कोहरे में सड़क के बीचो बीच चलने के बजाए बाएं किनारे या पीली लाइन के सहारे गाड़ी चलाना बेहतर तरीका है. अगर आप एक्सप्रेस वे और हाईवे पर ड्राइविंग कर रहे हैं तो इस स्पीड का खास ख्याल रखें. सबसे अहम बात जो वाहन चलाते वक्त हमेशा ध्यान रखनी चाहिए वो है सीट बेल्ट अवश्य लगाएं. कोहरे के दौरान हादसे ज्यादा होते हैं ऐसे में सीट बेल्ट लगाना ना भूलें. कोहरे के बीच ड्राइविंग करना बेहद खतरनाक होता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर घर से बाहर भी निकलना पड़ता है.