फोर्ब्स (Forbes) ने अंडर 30 अंडर एशिया लिस्ट 2022 (Forbes 30 Under 30 Asia list 2022) की लिस्ट जारी कर दी है. फोर्ब्स की 2022 की लिस्ट में अधिकतर भारतीय ही है. फोर्ब्स की इस लिस्ट में अकूडो (Akudo) की को-फाउंडर लविका अग्रवाल और सजल खन्ना का नाम भी शामिल है. लविका अग्रवाल, सजल खन्ना और जगवीर गांधी ने मिलकर 2020 में नियोबैंकिंग अकूडो (Akudo) की शुरुआत किया था.
वयस्को को फाइनेंस ज्ञान के लिए शूरू किया Akudo
लविका अग्रवाल, सजल खन्ना और जगवीर गांधी ने Akudo की शुरुआत डिजिटल बैंकिंग खाता प्रदान करने के लिए किया गया था. अकूडो को देश में किशोरों और बच्चों को वित्तीय ज्ञान हासिल करने और पैसे बचाने में मदद करने को लेकर शुरू किया गया. अकूडो एक प्रीपेड कार्ड के साथ आता है. इतना ही नहीं इसके इस्तेमाल करने पर जब वह उसे अच्छे से इस्तेमाल करते है तो उन्हें गेमीफाइड सेटअप के तहत रिवॉर्ड्स भी मिलते है.
वयस्को को फाइनेंस मार्गदर्शन की आवश्यक
लविका ने अपने दिए हुए एक इंटरव्यू में कहा था कि एक समाज के रूप में, हमने अपने बच्चों के आसपास घर के फाइनेंस और धन के बारे में कोई भी बातचीत नहीं करते है. इतना ही नहीं घर में वित्तीय चर्चाओं में अपने बच्चों को शामिल करना वर्जित होता है, जिसके परिणाम स्वरूप वयस्कों में वित्तीय रूप से अनजान होते है. जिसके चलते उन्हें निवेश और बुनियादी वित्तीय प्रबंधन पर मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अकूडो का इस्तेमाल एकदम आसान है. वहीं इसका इस्तेमाल किस तरह से करें इसके लिए लर्निंग सेशन के साथ एजुकेशनल विडीयो दिए जाते है. गेमिफिकेशन मॉडल के स्तरों के माध्यम से बढ़ने पर उन्हें पुरस्कृत किया जाता है.
2021 में 1 लाख से अधिक ग्राहकों को जोड़ा
वाई कॉम्बिनेटर के अनुसार अकूडो Akudo ने सितंबर 2021 में 100,000 से अधिक पंजीकृत ग्राहकों को जोड़ने का दावा किया था. इसके साथ ही इस दौरान लेनदेन की मात्रा में सप्ताह-दर-सप्ताह 75% वृद्धि हुई. अकूडो (Akudo) ने 25,000 से अधिक कार्ड भी जारी किए थे. वाई कॉम्बिनेटर के अनुसार सितंबर 2021 में, इस स्टार्टअप ने जेएएफसीओ और इनक्यूबेट इंडिया के नेतृत्व में 4.2 मिलियन डॉलर जुटाया. अकूडो का 2022 में लक्ष्य है कि इस साल के अंत तक, माता-पिता और बच्चों के बीच खुले वित्तीय संचार के निर्माण पर अधिक ध्यान देने के साथ 50 लाख से अधिक घरों तक पहुंचना है. भारत में 20 करोड़ से अधिक किशोर हैं, जो सालाना 50 बिलियन डॉलर खर्च करते हैं. यह वित्तीय रूप से जागरूक किशोरों का एक समुदाय बनाने का अभिन्न अंग है जो बेहतर वित्तीय निर्णय लेने के लिए आगे बढ़ेगा.