सुप्रीम कोर्ट में कोविड संक्रमित होने वाले जजों की संख्या भी तीन दिन में दो गुना हुई. अब तक चार जज कोविड पॉजिटिव हुए हैं. इससे पहले गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के दो जज कोविड पॉजिटिव पाए गए थे. इसके साथ ही रजिस्ट्री के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का कोविड टेस्ट कराया गया. अब तक करीब 150 कर्मचारी भी या तो पॉजिटिव पाए गए हैं या फिर एकांतवास में यानी क्वारैंटाइन हैं. इस प्रकार सर्वोच्च न्यायालय में CJI एनवी रमणा सहित 32 जजों की कुल संख्या में से चार जजों के कोविड पॉजिटिव होने से अब यहां पॉजिटिविटी रेट 12.5% हो गया है.
वर्चुअल हो रही सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट के जजों के लिए ये ज्यादा संवेदनशील मुद्दा इसलिए भी है कि यहां अधिकतर जज 60 से 64 साल के बीच अयुवर्ग के हैं. जनता के संपर्क में न होने की वजह से वो संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील भी होते हैं. जजों में संक्रमण की शुरुआत होते ही सुप्रीम कोर्ट की वर्चुअल सुनवाई वर्क फ्रॉम होम में बदल गई. अब सभी जज अपने सरकारी आवास में बने अदालत कक्ष से ही सुनवाई में शामिल होते हैं. सभी जजों के आवास और सुप्रीम कोर्ट का परिसर पूरी तरह सेनेटाइज कराया गया है. सुरक्षा कर्मियों और आवश्यक स्टाफ के अलावा किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश सुप्रीम कोर्ट परिसर में वर्जित है.
सीजेआई एनवी रमणा की अगुआई में पांच वरिष्ठतम जजों और फिर फुल कोर्ट प्रस्ताव पारित काट गुरुवार से सप्ताह में तीन दिन मामलों की शारीरिक तौर पर सुनवाई पर रोक को मंजूरी देते हुए सिर्फ वर्चुअल सुनवाई ही शुरू कर दी है. ये व्यवस्था छह हफ्ते यानी डेढ़ महीने चलेगी. फिर हालात की समीक्षा की जाएगी.