G20 Summit: भाषा समझने के लिए बनाया गया स्पेशल ऐप...कार छोड़कर लेनी होगी शटल, जानिए मंत्रियों के लिए PM ने क्या बनाए अन्य नियम

G20 के दौरान बैठक में भाग लेने वाले मंत्रियों को खास सलाह दी गई है. 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में जी20 का शिखर सम्मेलन हो रहा है. इसके लिए सरकार और पुलिस दोनों ने कमर कस रखी है. भारत आए मेहमानों को किसी भी तरह की असुविधा न हो इसके लिए जरूरी नियम बनाए गए हैं.

G20 Summit
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:07 AM IST

भारत जी20 समिट के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9-10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन से पहले मंत्रियों के पहुंचने के लिए भी कुछ नियम बनाए हैं. पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि अधिकृत मंत्रियों के अलावा अन्य नेताओं को जी-20 से जुड़े मुद्दों पर बात से दूरी बनानी होगी. इसके अलावा मंत्रियों से शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली में ही रहने के लिए कहा गया है. साथ ही दी गई जिम्मेदारियों को पूरा करें जिससे भारत आए मेहमानों को किसी भी तरह की असुविधा न हो.

पीएम मोदी की अगुवाई में ये बैठक लगभग एक घंटे चली जिसमें यह भी बताया गया कि सम्मेलन की सफलता भारत और दुनिया में भारत की छवि के लिए कितनी जरूरी है इसलिए इसका खास ख्याल रखना भी उतना ही जरूरी है. इसके अलावा भी कई सारे नियम बनाए गए हैं जानिए उनके बारे में...

1. मंत्रिपरिषद को बताया कि जी20 रात्रिभोज स्थल तक पहुंचने के लिए कोई आधिकारिक कार उपलब्ध नहीं कराई जाएगी. उन्हें अपने वाहनों से संसद परिसर पहुंचना होगा, जहां से एक शटल उन्हें रात्रिभोज स्थल भारत मंडपम तक ले जाएगी.

2. इसके अलावा, पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद को उन संबंधित विदेशी प्रतिनिधियों की संस्कृतियों से परिचित होने का निर्देश दिया है, जिनमें वे भाग लेंगे. उन्हें रहन-सहन, खान-पान और अपनी संस्कृतियों के बुनियादी पहलुओं से परिचित होने के लिए भी कहा गया है. 

3. रात्रिभोज में आमंत्रित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को शाम साढ़े पांच बजे अपनी कारों से संसद भवन परिसर में पहुंचने और फिर शटल का उपयोग करके रात्रिभोज स्थल तक पहुंचने के लिए कहा गया है. रात्रिभोज शनिवार, 9 सितंबर को शाम 6:30 बजे के लिए निर्धारित है.

4. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सूत्रों ने जानकारी दी है कि  प्रधानमंत्री ने उनसे कहा है कि सभी मंत्री जी-20 मुद्दों से जुड़े अलग-अलग मामलों पर नामित लोगों को ही बोलने दें और खुद बोलने से बचें.

5. मंत्रियों को हवाईअड्डे पर प्रतिनिधियों का स्वागत करते समय शिष्टाचार का ध्यान रखने के लिए कहा गया है.

6. उन्हें G20 मोबाइल एप्लिकेशन भी डाउनलोड करने के लिए कहा गया, जो 5 संयुक्त राष्ट्र भाषाओं और 5 अन्य भाषाओं - अंग्रेजी, हिंदी, जर्मन, जापानी और पुर्तगाली का समर्थन करेगा. दरअसल इस ऐप में तुरंत अनुवाद किए जाने की सुविधा है. इसमें भारत की सभी भाषाओं के साथ-साथ जी20 राष्ट्र से जुड़ी भाषाओं को भी शामिल किया गया है.

 

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