G-20: भारत के लिहाज से पहला दिन रहा ऐतिहासिक, आज है समिट का आखिरी दिन, राजघाट यात्रा, जलवायु परिवर्तन पर चर्चा, दूसरे दिन का ये है एजेंडा

G-20 summit: भारत की अध्यक्षता में आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन का पहला दिन काफी महत्वपूर्ण रहा. पहले दिन इकोनॉमिक कॉरिडोर, रेल और शिपिंग कनेक्टिविटी नेटवर्क से लेकर ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस पर सहमति बनी. इसके अलावा अफ्रीकी संघ जी-20 में शामिल होने वाला 21 सदस्य बना.

राजघाट पर जी-20 के मेहमानों ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:18 AM IST
  • सुबह 10:30 बजे से वन फ्यूचर पर तीसरा और आखिरी सेशन 
  • भारत आज ब्राजील को 2024 में जी-20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी सौंपेगा

भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में हो रहे जी-20 शिखर सम्‍मेलन का आज रविवार को दूसरा दिन है. सुबह 10:30 बजे शिखर सम्मेलन का तीसरा सत्र वन फ्यूचर शुरू होगा. भारत के लिहाज से पहला दिन ऐतिहासिक रहा. आइए जानते हैं दूसरे दिन का क्या एजेंडा है और पहले दिन कौन-कौन से अहम फैसले लिए गए?

राजघाट पर पीएम मोदी ने किया स्वागत
जी-20 शिखर सम्‍मेलन के दूसरे दिन रविवार को नेता और शिष्टमंडल प्रमुख राजघाट पहुंचे हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी का स्‍वागत किया. जी-20 समूह के सदस्‍य सुबह 10:15 से 10:30 बजे तक पौधरोपण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इसके बाद शिखर सम्मेलन के तीसरे सत्र वन फ़्यूचर के दौरान चर्चा करेंगे. फिर अंत में समापन समारोह एवं हस्तांतरण समारोह होगा, जिसके बाद निर्धारित द्विपक्षीय मुलाकातें कर सभी नेता व शिष्टमंडल प्रमुख सुविधानुसार अपने-अपने होटलों के लिए प्रस्थान कर जाएंगे. भारत रविवार को ब्राजील को 2024 में जी-20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी सौंपेगा.

बापू को दी श्रद्धांजलि
जी-20 देशों के नेताओं ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. यहां महात्मा गांधी के पसंदीदा भक्ति गीत 'वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीड परायी जाणे रे...' का गायन किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के प्रधानमंत्री ली कियांग, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अन्य राष्ट्राध्यक्षों ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि और पुष्पांजलि अर्पित की. यहां पीएम मोदी ने बाइडेन सहित अन्य नेताओं को खादी का स्टॉल पहनाकर स्वागत किया.

ब्रिटिश पीए ऋषि सुनक ने अक्षरधाम मंदिर में किए दर्शन 
जी-20 समिट के आखिरी दिन पीएम मोदी की कनाडा, तुर्की, यूएई और दक्षिण कोरिया से द्विपक्षीय वार्ता होगी. जबकि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सोमवार यानी 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक रविवार को दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में दर्शन करने पहुंचे. यहां उनका सनातनी लुक देखने को मिला. इसे लेकर मंदिर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की गई. ऋषि सुनक ने भारत आने से पहले ही दिल्‍ली में किसी मंदिर में जाने की इच्‍छा जाहिर की थी. ऋषि सुनक मंदिर में पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ भगवान स्वामीनारायण के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की. दोनों का स्वागत स्वामी नारायण मंदिर के मुख्य पुजारी ने किया और फिर उन्हें मुख्य मंदिर में ले जाकर पूजा कराई.

पहले दिन के शिखर सम्मेलन की ये रहीं मुख्य बातें
1. अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल किया गया. अफ्रीकन यूनियन में अफ्रीकी महाद्वीप के 55 देश शामिल हैं. ऐसे में जी-20 जैसे अहम समूह में अफ्रीकन यूनियन के शामिल होने से दुनिया में नई विश्व व्यवस्था का निर्माण होगा.

2. जी-20 की बैठक में दिल्ली घोषणा पत्र को सर्वसहमति से मंजूर किया गया है, जो कि भारत की कूटनीतिक ताकत का उदाहरण है. इस घोषणापत्र में अंतरराष्ट्रीय कानूनों को बनाए रखने, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून, शांति और स्थिरता की रक्षा करने वाली बहुपक्षीय प्रणाली को बनाए रखने का आह्वान किया गया है. 

3. जी-20 का साझा घोषणापत्र कुल 37 पेज का है. इसमें कुल 83 पैराग्राफ हैं. इसे नई दिल्ली डिक्लेरेशन कहा गया है. इसमें कहा गया कि सभी देश सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल पर काम करेंगे. भारत की पहल पर वन फ्यूचर अलायंस बनाया जाएगा. एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य पर जोर दिया जाएगा. ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर जोर दिए जाने को लेकर सहमति बनी. 

4. भारत, सऊदी अरब, अमेरिका और यूरोप को जोड़ने वाले रेल लिंक प्रोजेक्ट पर सहमति बनी. इस प्रोजेक्ट को चीन के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव का जवाब माना जा रहा है, जो दुनिया के विकासशील देशों को आधारभूत ढांचे के विकास के नाम पर चीन के कर्ज के जाल से बचाएगा. 

5. प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस बनाने का ऐलान किया. इस गठबंधन में भारत, ब्राजील, अमेरिका जैसे देश शामिल हैं. इस गठबंधन के जरिए अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाएगा और कार्बन उत्सर्जन को नेट जीरो करने में काफी मदद मिलेगी। 

6. हाल के सालों में दुनिया के देशों में एक दूसरे के प्रति विश्वास में कमी आई है. दिल्ली में हो रहे जी-20 सम्मेलन में इस विश्वास को फिर से मजबूत करने की कोशिश की गई. खासकर यूक्रेन युद्ध के बाद जो तनाव है, उसे कम करने की कोशिश की गई.

7. भारत ने ग्लोबल साउथ देशों की मदद करने के उद्देश्य से पर्यावरण और जलवायु अवलोकन के लिए जी-20 उपग्रह मिशन का प्रस्ताव दिया. पीएम मोदी ने कहा कि जी-20 उपग्रह मिशन भारत के सफल चंद्रयान मिशन से प्राप्त आंकड़ों की तरह ही पूरी मानवता के लिए फायदेमंद साबित होगा. 

8. समिट के दो सेशन खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बीच द्विपक्षीय बात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने कारोबारी संबंधों को मजबूत करने और निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की. दोनों नेताओं के बीच हुई इस बैठक ने मुक्त व्यापार समझौते के लिए भी बड़ी उम्मीद जगाई है. 

9. प्रधानमंत्री मोदी ने जापानी समकक्ष फुमिओ किशिदा के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय मुलाकात में कहा कि भारत और जापान संपर्क, वाणिज्य और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के इच्छुक हैं.



 

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