G20 Summit: चांदी और सोने के बर्तनों में विदेशी मेहमानों को परोसा जाएगा खाना, मेज पर होगी मिनी भारत की थीम

कंपनी के मालिक राजीव बताते हैं कि उनका अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ पहले भी एक किस्सा जुड़ा हुआ है जब बराक ओबामा भारत आए थे तो उनकी ही कंपनी ने क्रोकरी सेट सर्वे किया था और तब उन्हें कुछ बर्तन इतनी पसंद आए थे कि वह उन्हें अपने साथ लेकर चले गए थे और बाद में भी उन बर्तनों को ऑर्डर किया था.

G20 Summit
नीतू झा
  • नई दिल्ली,
  • 05 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST

देश की राजधानी दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी है, इस बीच एक ओर मेहमानों की मेजबानी के लिए होटल तैयार है वहीं जिस क्रॉकरी सेट में मेहमानों को खाना परोसा जाएगा वो भी बेहद खास है. मेहमानों को चांदी और सोने को तस्तरी में खाना परोसा जाएगा जिसमें भारत की संस्कृति और विरासत की झलक देखने को मिलेगी. इन बर्तन को बनाने वाली कंपनी के मुताबिक उनकी कंपनी 11 होटल में बर्तन भिजवा रही है जिसमे आईटीसी ताज शामिल है. इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को ये भारतीय क्रॉकरी इतनी पसंद आई कि वो इसे अपने साथ लेकर चले गए.

कंपनी के मालिक राजीव और उनके बेटे ने बताया कि कुल 3 पीढ़ियों से वो बर्तन बनाने का काम कर रहे है जिसमे पूरे भारत की झलक नजर आती है उनका मकसद विदेशी मेहमानों को भारत की एक झलक एक टेबल पर दिखाने का है. उनके बर्तनों में जयपुर, उदयपुर, बनारस से लेकर कर्नाटक को नक्काशी नजर आती है जिसे बनाने में कई दिन लगते है इन बर्तनों की खासियत ये है कि ये पूरी तरह से मेक इन इंडिया थीम के अंतर्गत आते है. आइरिस कम्पनी के मुताबिक वो जी 20 के लिए 11 होटल में अपनी क्रॉकरी भेज रहे है जिसमें सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए है.

बर्तनों को बनाने के बाद उसे आर एंड डी लैब में टेस्ट किया जाता है इसके बाद जिस होटल की जैसी मांग होती है उस हिसाब से ही डिजाइन किया जाता है, जैसे महाराजा थाली के हिसाब से 5 से 6 कटोरी, काटा, चम्मच, नमक और पेपर के लिए अलग से चांदी का डब्बा होगा ये आईटीसी मौर्य में इस्तेमाल किया जाता है.

इन बर्तनों में भारत नजर आता है, ये क्रॉकरी सेट और भारतीय संस्कृति और विरासत को दर्शाते है. इस क्रॉकरी सेट में देश के राष्ट्रीय पक्षी मोर का इस्तेमाल किया गया है और ये मेहमानो को काफी पसंद आता है. जी 20 के लिए महराजा थाली के डिजाइन है साथ ही दक्षिण भारत से भी कुछ डिजाइन लिए गए है.

बता दें, अलग-अलग होटल के शेफ ने अपने मेन्यू तय किए हैं. उसी हिसाब से बर्तन डिजाइन किए हैं यानी मेन्यू को देखते हुए बर्तन डिजाइन किए है. G20 के लिए इस डिजाइन को बनाने के लिए काफी वक्त भी लगा है क्योंकि ये काफी यूनिक है इसमें कारीगर को ढूंढना भी मुश्किल होता है. इन बर्तनों के जरिए भारत कि विरासत को दिखाया जा रहा है जो विलुप्त हो रही है.

कंपनी के मालिक राजीव बताते हैं कि उनका अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ पहले भी एक किस्सा जुड़ा हुआ है जब बराक ओबामा भारत आए थे तो उनकी ही कंपनी ने क्रोकरी सेट सर्वे किया था और तब उन्हें कुछ बर्तन इतनी पसंद आए थे कि वह उन्हें अपने साथ लेकर चले गए थे और बाद में भी उन बर्तनों को ऑर्डर किया था.

 

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