गलवान घाटी में चीन को चित करने वाले बलवानों को भारत सरकार ने मंगलवार को सम्मानित किया. राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में कर्नल बी संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया जबकि चार अन्य शूरवीरों को मरणोपरांत वीरचक्र से सम्मानित किया गया.
सिपाही गुरतेज सिंह को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया. ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में सिपाही गुरतेज सिंह गलवान में चीनी सेना का सामना करते हुए शहीद हो गए थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके माता-पिता को पुरस्कार दिया. हवलदार तेजेंद्र सिंह को गलवान में चीनी सेना का बहादुरी से सामना करने और वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया. गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी तेजेंद्र सिंह डटे रहे.
बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र
शहीद कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया किया गया. कर्नल संतोष बाबू ने शहीद होने से पहले चीनी सेना के साथ शांति स्थापित करने के लिए कई दौर की बातचीत की थी. साथ ही गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो-लैपर्ड के दौरान चीनी सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए चार अन्य जवानों को भी वीर चक्र से सम्मानित किया गया.
कर्नल संतोष बाबू ने चीनी सैनिकों के घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने के लिए अपनी जान को न्योछावर कर दिया था. कर्नल संतोष 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे. दरअसल, 15 जून को चीनी सैनिकों के घुसपैठ को रोकने में हुई झड़प के दौरान सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे.
चार पैरा स्पेशल फोर्सेज को कीर्ति चक्र से नवाज़ा गया
जम्मू कश्मीर में 4 अप्रैल, 2020 को हुए एक ऑपरेशन में आतंकवादियों को मार गिराने और दो अन्य को घायल करने के बाद शहीद हुए चार पैरा स्पेशल फोर्सेज (4 Para Special Forces) के सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी को यह पुरस्कार प्रदान किया.
ग्रुप कैप्टन अभिनंदन को वीर चक्र
कैप्टन अभिनंदन वर्धमान को वीर चक्र से सम्मानित किया गया. अभिनंदन वर्धमान वायुसेना के ग्रुप कैप्टन हैं. वर्धमान को उनके अदम्य शौर्य और साहस के लिए यह सम्मान दिया गया. अभिनंदन ने 2019 में पाकिस्तान के साथ हवाई झड़प के दौरान दुश्मन के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था. राष्ट्रपति भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए. इस अवसर पर कई अन्य सैन्य कर्मियों को भी सम्मानित किया गया.
राष्ट्रीय राइफल्स के सैपर प्रकाश जाधव को कीर्ति चक्र
राष्ट्रीय राइफल्स के सैपर प्रकाश जाधव को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया, जबकि राष्ट्रीय राइफल्स की 55 वीं बटालियन के मेजर विभूति शंकर डौंडियाल को शौर्य चक्र, राष्ट्रीय राइफल्स की 21वीं बटालियन के मेजर अनुज सूद और 34वीं बटालियन के नायब सूबेदार सोमबीर को (तीनों को मरणोपरांत) शौर्य चक्र से सम्मानित किया. सभी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के हाथों पुरुष्कार से नवाज़ा गया.
इन जवानों को मिला शौर्य चक्र
शौर्य चक्र से सम्मानित किये जाने वालों में गढ़वाल राइफल्स की छठी बटालियन के राइफलमैन अजवीर सिंह चौहान, बिहार रेजीमेंट की 8वीं बटालियन के सिपाही कर्मदेव उरांव, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कांस्टेबल जाकिर हुसैन, जम्मू कश्मीर पुलिस के कांस्टेबल सुभाष चंदर और सीआरपीएफ कांस्टेबल साबले दयानेश्वर श्रीराम शामिल हैं.
जम्मू कश्मीर और पंजाब के जवानों को इन सम्मानों से नवाजा गया
जम्मू कश्मीर पुलिस के आशिक हुसैन मलिक और अमन कुमार को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. पैराशूट रेजीमेंट के लांस नायक संदीप सिंह, पंजाब रेजीमेंट के ब्रजेश कुमार और ग्रेंडियर्स के सिपाही हरि सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
सशस्त्र बलों के तीनों अंगों के सर्वोच्च कमांडर, राष्ट्रपति कोविंद ने दो कीर्ति चक्र, एक वीर चक्र और 23 शौर्य चक्र सशस्त्र बलों व अर्द्धसैनिक बलों के कर्मियों को रक्षा अलंकरण समारोह-1 में सोमवार को प्रदान किए.