गलवान संघर्ष में शहीद दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी ने पास की परीक्षा, सेना में देंगी सेवाएं

2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हुए थे. इनमें नायक दीपक सिंह भी शामिल थे.

शहीद दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 05 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:08 AM IST
  • 15 जून 2020 चीन से संघर्ष में शहीद हुए थे दीपक सिंह
  • शहीद होने से महज 8 महीने पहले हुई थी शादी

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून 2020 को  चीन से संघर्ष में शहीद बिहार के नायक दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी ने सेना में शामिल होने के लिए महत्वपूर्ण परीक्षा पास कर ली है.  रेखा चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में शामिल होने के लिए एक कठोर व्यक्तित्व और खुफिया परीक्षा पास करने के बाद सेना के कैरियर को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है.

2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हुए थे. इनमें दीपक सिंह भी शामिल थे. शहीद दीपक सिंह के पिता गजराज सिंह किसान हैं, जबकि बड़े भाई प्रकाश सिंह भी सेना में हैं. अब उनकी पत्नी उनके अधूरे सपनों को पूरा करेंगी. 

9 महीने की ट्रेनिंग से गुजरेंगी रेखा देवी 

रेखा देवी ने इलाहाबाद में पांच दिवसीय सेवा चयन बोर्ड (SSB) इंटरव्यू में भाग लिया और शुक्रवार को इसे मंजूरी देने वाले उम्मीदवारों में से एक थी, और ओटीए में पूर्व-कमीशन प्रशिक्षण के लिए सिफारिश की गई है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा चयनित उम्मीदवारों की अंतिम मेरिट सूची जारी करने से पहले उन्हें एक मेडिकल परीक्षा से गुजरना होगा, जिनके मई में ओटीए में रिपोर्ट करने की उम्मीद है. सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त करने से पहले कैडेट अकादमी में नौ महीने की ट्रेनिंग से गुजरते हैं. 

मध्य प्रदेश के रीवा की रहने वाली रेखा 23 साल की हैं, यह जल्द ही उन सैन्य पत्नियों की बढ़ती सूची में शामिल हो जाएंगी, जिन्होंने अपने पतियों के युद्ध में मारे जाने के बाद सशस्त्र बलों में अधिकारियों के रूप में अपना करियर बनाने के लिए चुना है, जो बहादुर पुरुषों की विरासत को आगे बढ़ाती हैं. 

शहीद होने से 8 महीने पहले हुई थी शादी

मृत्यु से करीब 8 महीने पहले ही दीपक की शादी हुई थी. इसके बाद केवल एक बार ही पत्नी से उनकी मुलाकात हो पाई थी, जब वे होली की छुट्टियों में गांव आए थे. मौत से करीब 15 दिन पहले उनकी परिवार के लोगों से फोन पर बात हुई थी। तब उन्होंने जल्दी घर आने का वादा भी किया था लेकिन, उनका वादा अधूरा रह गया 

सेना में चिकित्सा सहायक थे नायक दीपक सिंह 

नायक दीपक सिंह सेना में चिकित्सा सहायक थे. उन्होंने समय पर इलाज कर 30 भारतीय जवानों की जान बचाई थी. उन्होंने गलवान घाटी संघर्ष के दौरान घायल होने के बाद भी कई घायल जवानों की जान बचाई. हालांकि उन्होंने खुद इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. 

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