मुंबई में गणेश चतुर्थी की धूम है. अलग अलग बप्पा की मूर्तियाँ और उनकी सजावट लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बने हुए है. ऐसे में मुंबई में एक ऐसा भी सार्वजनिक गणेश मंडल है. जो हर साल कुछ सामाजिक विषय पर सजावट करते है और लोगों को जागृत करते है. ऐसे में मुंबई में अभी दिव्यांग लोगों लिए आसानी से ऐक्सेस हो सके ऐसी चीजें नहीं है. वही पंचगंगा सार्वजनिक गणेश मंडल ने अपने सजावट में इस मुद्दे को उठाया है. जहाँ पर दिव्यांग लोगों के लिए ऐक्सेस हो सके और उनको आसानी हो वेसे चीज़ों को बनाया गया है .
मुंबई लोकल ट्रेन थीम पर गणपति पंडाल
मुंबई लोकल को मुंबई की लाइफ़ लाइन माना जाता है. जिससे लाखों लोग प्रति दिन यात्रा करते है. ऐसे में लोकल ट्रेन में दिव्यांग लोगों के लिए चढ़ना बेहद मुश्किल होता है, और ना ही कोई ख़ास सुविधा उनके लिए होती है. ऐसे में इस पंडाल में लोकल ट्रेन बनायी गयी है. दिव्यांग लोगों के लिए रैम्प बनाए गए है. जिससे वो आसानी से ट्रेन में चढ़ सकें. वहीं ट्रेन में उनके लिए ख़ास साधन भी रखे गए है. वहीं मुंबई में दूसरी लाइफ़ लाइन माने जाने वाली बेस्ट की बस में भी इसी तरीक़े की सुविधाएं बनायी गयी है .
ट्रैफ़िक सिग्नल थीम पर गणपति पंडाल
नेत्रहीन लोगों के लिए भी यात्रा करना बेहद मुश्किल होता है. ऐसे में सब से बड़ी चुनौती होती है रास्तों को पार करना. इसके साथ ही सबसे बड़ी दिक़्क़त होती है इन लोगों को कैसे पता चले कि ट्रैफ़िक सिग्नल पर रेड सिंगल है. गाड़ियाँ रुकी हुई है और को रास्ता पार कर सकते है. इसको लेकर भी इस पंडाल में उपाय है. सिंगल पर साउंड के माध्यम से सूचना देना वाला ट्रैफ़िक सिंगल भी बनाया गया है. यह मुहिम एसेसिबल इंडिया के तहत शुरू किया गया है. जहां पर जो भी भक्त इस पंडाल में पहुंच रहे हैं. उनको इस विषय के बारे में बताया जा रहा है.