Ghaziabad Name Change: गाजियाबाद का बदल जाएगा नाम, सीएम योगी करेंगे अंतिम फैसला, जानिए कैसे पड़ा था शहर का नाम

गाजियाबाद का नाम बदलने की प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. नगर निगम से नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है. मेयर सुनीता दयाल ने कहा कि नया नाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तय करेंगे. गाजियाबाद के लोगों और हिंदू संगठनों की मांग को ध्यान में रखते हुए 3 नाम सुझाए गए हैं.

Ghaziabad
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:46 AM IST

उत्तर प्रदेश में कई शहरों के नाम बदल चुके हैं. इस लिस्ट में अब गाजियाबाद का नाम भी शामिल हो सकता है. इस शहर का नाम बदलने का प्रोसेस शुरू हो गया है. गाजियाबाद नगर निगम में नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव पास हो गया है. इस शहर के लिए तीन नए नामों का ऑप्शन रखा गया है. इसमें हरनंदी नगर, गजप्रस्थ और दूधेश्वरनाथ नगर नाम शामिल है.

नगर निगम से मिली नाम बदलने की मंजूरी-
गाजियाबाद नगर निगम की मेयर सुनीता दयाल ने कहा कि गाजियाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव पार्षदों के पूर्ण बहुमत से पारित किया गया. इसका नया नाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तय करेंगे. मेयर ने कहा कि गाजियाबाद के लोगों और हिंदू संगठनों की मांग को ध्यान में रखते हुए 3 नाम सुझाए गए हैं.

असेंबली में भी रखा गया था प्रस्ताव-
गाजियाबाद का नाम बदलने को लेकर पहली बार कोशिश नहीं हुई है. इससे पहले भी इस शहर का नाम बदलने को लेकर कोशिश की गई है. साहिबाबाद के विधायक सुनील शर्मा ने पिछले साल विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया था. जिसमें उन्होंने गाजियाबाद का नाम बदलकर गजप्रस्थ रखने का सुझाव दिया था.

दूधेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी ने सुझाए थे 3 नाम- 
दूधेश्वरनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी महंत नारायण गिरी ने पीटीआई को बताया कि पिछले साल उन्होंने मुख्यमंत्री को 3 नाम सुझाए थे. उनके मुताबिक ये नाम महाराभारत से संबंधित हैं. गिरी ने कहा कि पहले ये इलाके घना जंगल था और हाथियों का निवास स्थान था. इसे गजप्रस्थ कहा जाता था. उन्होंने दावा किया कि मुगल बादशाह अकबर के करीबी गाजीउद्दीन ने नाम बदला था.

कैसे पड़ा था गाजियाबाद नाम-
साल 1740 में गाजीउद्दीन ने गाजियाबाद की नींव रखी थी. हाालांकि उसने इसका नाम गाजियाबाद नहीं रखा था. शुरुआती दौर में इसे गाजीउद्दीन नगर कहा जाता था. लेकिन बाद में इसके नाम में बदलाव हुआ. साल 1864 में इस इलाके में रेलवे लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ. तब तक इसका नाम गाजीउद्दीन नगर था. लेकिन अंग्रेजों ने इसका नाम गाजियाबाद रख दिया.

कैसे जिला बना गाजियाबाद-
14 नवंबर 1976 से पहले गाजियाबाद मेरठ जिले का तहसील हुआ करता था. इसके बाद इसे जिला घोषित किया गया. तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर इसे जिले के तौर पर घोषित किया था. पहले भी कई बार गाजियाबाद का नाम बदलने की मांग उठी है.

ये भी पढ़ें:

 

Read more!

RECOMMENDED