वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की ओर से जारी वैश्विक यात्रा और पर्यटन विकास की सूची में भारत को पूरी दूनिया में 54वां स्थान मिला है. जो कि 2019 के मुकाबले देखा जाए तो 8 अंकों की गिरावट है. बता दें कि 2019 में भारत इस लिस्ट में 46वें नंबर पर था. बावजूद इसके पूरे साउथ एशिया में भारत पहले नंबर पर है. अगर पूरी दूनिया के टॉप 10 देशों को देखें तो जापान इस लिस्ट में सबसे ऊपर है. इसके बाद अमेरिका, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, यूके, सिंगापुर और इटली है. आपको बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 117 देशों को इसमें शामिल करता है और उन देशों ने पर्यटन की क्षेत्र में क्या काम किए हैं उसके आधार पर रिपोर्ट जारी करता है.
कोरोना की वजह से हुआ नुकसान
एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 में कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से गिरावट हुई और इस कारण उस साल दो हजार 400 अरब डॉलर का इस इंडस्ट्री को नुकसान हुआ. हालांकि अब उम्मीद की जा रही है कि इसमें सुधार होगा और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में एविएशन, ट्रैवल एंड टूरिज्म के प्रमुख लॉरेन अपिंक ने कहा कि कोरोना में हुए लॉकडाउन के बाद दुनिया भर के कई देशों ने यात्रा और पर्यटन की तरफ फिर से ध्यान दिया है. उन्होंने कहा कि दुनिया महामारी से जब बाहर आती है तो उसे पर्यटन की क्षेत्र को और बेहतर बनाने के लिए निवेश करना चाहिए.
2021 से ज्यादा बढ़े पर्यटक
जनवरी 2021 से जनवरी 2022 के बीच के आंकड़ों को देखा जाए तो अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या 2021 के बजाय 2022 में बढ़ी है. हालांकि भारत अपने पिछले स्थान को भी बरकरार नहीं रख पाया. क्योंकि देश में लगातार लॉकडाउन ने इस क्षेत्र को अच्छा खासा प्रभावित किया. अब जब सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान को बड़े स्तर पर चलाकर काफी हद तक कोरोना पर काबू पा लिया गया है तो विदेशी पर्यटकों की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है.