अगर आप भी स्काईवॉचर हैं और आसमान देखना पसंद करते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. भारत में राजस्थान नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म शुरू हो चुका है. राज्य के सभी 33 जिलों में इसे शुरू किया गया है और इसी के ऐसा करने वाला यह पहला राज्य बन गया है. बता दें, जयपुर में स्टारगेजिंग के लिए चार लोकप्रिय स्थान हैं: जंतर मंतर, अंबर किला, महाराजा विश्वविद्यालय और जवाहर कला केंद्र.
बताते चलें कि राजस्थान के कला और संस्कृति विभाग ने 'नाइट स्काई टूरिज्म प्रोजेक्ट' शुरू किया है. यह पर्यटकों के बीच स्काई-गेजिंग को पेश करने और उन्हें इसके लिए और भी प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
कैसे मिला इसे शुरू करने का आईडिया?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 के कारण काफी सख्ती थी और लोग अपने घरों के अंदर बंद थे. उस दौरान कई एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट्स (Astronomical events) आसमान में घट रहे थे.
लेकिन जब 2021 में लॉकडाउन खुला तो राजस्थान सरकार ने सोचा कि इतने समय बाद लोग घरों की कैद से बाहर निकले हैं लोगों की मदद के लिए एक 'स्टार गेजिंग' सेशन का आयोजन किया गया. इस आयोजन के लिए कई लोग उत्साहित हो गए. यही देखते हुए पूरे राजस्थान में नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म को मंजूरी देने पर विचार किया गया.
ऐसी हुई इसकी स्थापना
बहुत सारी सिफारिशों पर विचार करने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे लॉन्च किया. 3 मार्च को सीएम ने राज्य के सभी 33 जिलों में नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म शुरू करने की घोषणा की.
लद्दाख में भी होगा डार्क स्काई रिजर्व शुरू
इतना ही नहीं इस बढ़ते पर्यटन क्रम के मद्देनजर, हाल ही में लद्दाख में हानले में भारत का पहला डार्क स्काई रिजर्व बनाया जाने वाला है. इसके लिए एमओयू भी साइन किया जा चुका है. बता दें, डार्क स्काई रिजर्व ऐसे क्षेत्र होते हैं जिन्हें विशेष रूप से संरक्षित किया जाता है. उनके एस्ट्रोनॉमिकल व्यू को देखते हुए उन्हें दूसरी जगहों से अलग रखा जाता है.