Nitish Singh: गोरखपुर के युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह ने Turkey की सबसे ऊंची चोटी Mount Ararat को किया फतह, शान से फहराया तिरंगा

Gorakhpur Mountaineer Nitish Singh: नीतीश सिंह ने बताया कि कभी-कभी माउंट अरारत पर चढ़ते-चढ़ते हिम्मत भी टूट जाती थी लेकिन लक्ष्य को पूरा करना था. राष्ट्रीय ध्वज को देख कर शक्तियां मिलती थी. 

नीतीश सिंह
शिल्पी सेन
  • लखनऊ,
  • 29 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 11:40 AM IST
  • 22 जुलाई 2023 को दिल्ली से इस्तामंबुल पहुंचे थे नीतीश
  • 24 जुलाई की सुबह चढ़ाई की थी शुरू

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के अंतरराष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह ने तुर्की (टर्की) देश की सबसे ऊंची चोटी माउंट अरारत  (16854 फिट) को फतह कर उस पर शान से तिरंगा को फहराया. नीतीश इस चोटी को फतह करने के लिए 22 जुलाई 2023 को दिल्ली से इस्तामंबुल पहुंचे थे. वहां से बस के जरिए 22 घंटे का सफर तय करके तुर्की के दोगुबेयाजित सिटी पहुंचे थे. 23 जुलाई को आराम करने के बाद 24 जुलाई की सुबह 8:00 बजे चढ़ाई की शुरुआत की. नीतीश करीब 6 घंटे चढ़ाई करने के बाद पहले कैंप पर पहुंचे, जिसकी ऊंचाई 3000 मीटर थी.

मौसम खराब होने के कारण हुई थोड़ी परेशानी
नीतीश ने बताया कि बारिश व मौसम खराब होने के कारण थोड़ी चढ़ाई में दिक्कत हुई. अगले दिन दूसरे कैंप के लिए 4 घंटे कठिन चढ़ाई के बाद करीब 1 बजे बेस कैंप 4200  मीटर की ऊंचाई पर पहुंचे. नीतीश को इस मिशन को कम से कम टाइम में पूरा करना था. बेस कैंप के ऊपर केवल बादल ही दिखाई दे रहे थे, मौसम काफी खराब था. नीतीश फाइनल समिट के लिए 26 जुलाई की रात 12:30 बजे निकले. कठिन व खड़ी चढ़ाई पर समिट करने में परेशानी हो रही थी. क्योंकि पूरा का पूरा पत्थरों से भरा हुआ रास्ता था, जहां पर एक-दो बार पत्थर ऊपर से भी आए और एक दो बार पैरों से खिसक के नीचे गए, बहुत डर भी लग रहा था. ऊपर से हड्डी गला देने वाला माइनस 15 डिग्री का टेंपरेचर था.

हिम्मत भी टूटती थी... लेकिन लक्ष्य को पूरा करना था
नीतीश ने बताया कि कभी-कभी चलते-चलते हिम्मत भी टूटती थी लेकिन लक्ष्य को पूरा करना था. राष्ट्रीय ध्वज को देख कर शक्तियां मिलती थी. कुछ घंटे चलने के बाद जब सवेरा हुआ मंजिल सामने दिखी तो हौसला और बुलंद हुआ कि नहीं अब तो फतह कर के ही जिंदा वापस जाना है. 

42 घंटे में पूरी की चढ़ाई
नीतीश ने बताया मंजिल एकदम करीब थी. करीब 6 घंटे चलने के बाद सुबह 7:15 तुर्की टाइम और करीब 9:45 भारत टाइम पर भारत का गौरवशाली तिरंगा फहराया. इसके बाद एचपीसीएल, भारतीय सेना व उत्तर प्रदेश सरकार का लोगो माउंट अरारत पर फहराया. माउंट अरारत की पूरी चढ़ाई 42 घंटे में पूरी की. नीतीश माउंट अरारत की चढ़ाई करने वाले पहले भारतीय व्यक्ति हैं, जिसने तुर्की देश के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट अरारत पर भारत का तिरंगा लहराया.

डिप्टी सीएम ने दी थीं शुभकामनाएं
पर्वतारोही नीतीश सिंह के इस मिशन के लिए 11 जुलाई को हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक राजीव गोयल ने मुंबई मुख्यालय पर एचपीसीएल का लोगो भेट किया. इस अभियान के लिए नीतीश को शुभकामनाएं दी थी. उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अपने आवास पर नीतीश को भारत का तिरंगा भेंट करते हुए उनके इस मिशन के लिए शुभकामनाएं दी थी.

अभी तक इन चोटियों पर लहराया तिरंगा 
1. 2016 में दिल्ली में 1 साल का प्रशिक्षण लिया।
2. 2018 में माउंट एवरेस्ट पर 17598 फिट बेस कैंप से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया.
3. 2018 में लेह लद्दाख स्थित माउंट स्टॉक कांगड़ी 6124 मीटर एवं सर्व शिक्षा अभियान, सब पढ़े सब बढ़े का संदेश दिया.
4. 2019 में अरुणाचल प्रदेश स्थित मीराथांग ग्लेशियर (16600 फीट) पर चढ़ाई पूरी की.
5. 2019 में मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट क्लाइंबिंग में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया.
6. 2020 में माउंट रूद्र गैरा उत्तराखंड (19081 फिट) पर चढ़ाई पूरी की. 
7. अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (19340फिट) पर तिरंगा फहरा चुके हैं, जहा से उन्होंने थर्ड जेंडर किन्नर समाज के सम्मान के लिए संदेश दिया था. 
8. यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस (18510फिट) पर तिरंगा फहरा चुके हैं, जहा से उन्होंने वैश्विक महामारी के प्रति जागरूकता का संदेश दिया था.
9. अफ्रीका महाद्वीप की पांचवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट मेरु (14980 फिट) को फतह कर चुके हैं.

किरोड़ीमल कॉलेज से की है पढ़ाई
पर्वतारोही नीतीश सिंह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के राजेंद्र नगर पश्चिमी न्यू कॉलोनी के निवासी हैं. उनका मूल निवास ग्राम सभा रामपुर गोपालपुर (गोनरपुरा), विकासखंड चरगांवा, जिला गोरखपुर है. नीतीश सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई किए हैं.


 

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