सरकार सोमवार को शीतकालीन सत्र (Winter Session) के पहले दिन तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सभी महत्वपूर्ण निरसन विधेयक (Repeal Bill) पेश कर सकती है. संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन यानि 29 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी पर मुहर लग सकती है. वहीं दूसरी ओर सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर लोगों की चिंताओं से जुड़े मामलों को उठाने के लिए सत्र शुरू होने से कुछ घंटे पहले एक बैठक आयोजित करने की योजना बनाई है.
सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार सत्र के पहले दिन ही तीनों कृषि कानूनों की वापसी से जुड़े ‘कृषि कानून निरस्त विधेयक 2021’ को सदन में पेश कर सकती है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने सभी राज्यसभा सांसदों को तीन लाइन का जरुरी व्हिप जारी करते हुए 29 नवंबर को सदन में मौजूद रहने को कहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि चर्चा के विषयों पर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में फैसला लिया जाएगा. एक संसदीय पदाधिकारी ने कहा कि केंद्र ने अभी तक बताया नहीं है कि क्या वे निरसन विधेयक पर बहस चाहते हैं.
विपक्ष सदन में विधेयक पर चर्चा करने पर अड़ा
वहीं किसान मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए विपक्ष सदन में विधेयक पर चर्चा करने पर अड़ा हुआ है. कांग्रेस ने भी दोनों सदनों में तीन लाइन का व्हिप जारी कर पार्टी सांसदों को सोमवार को मौजूद रहने को कहा है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई विपक्षी नेताओं को लिखा, "मानसून सत्र के दौरान मेरे द्वारा बुलाई गई सभी विपक्षी दलों के फ्लोर नेताओं की बैठकों में आपके समर्थन और सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं." उन्होंने लिखा, "29 नवंबर से शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मैं सोमवार को राज्यसभा और लोकसभा में सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुला रहा हूं ताकि एक बार फिर से महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने में एकजुट होकर काम किया जा सके."
संसद के 29 नवंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा में किसी आगंतुक को अनुमति नहीं दी जाएगी. कोविड की स्थिति के मद्देनजर आगामी सत्र में दोनों सदनों में आगंतुक गैलरी बंद रहेगी. दोनों सदनों के सचिवालयों के अधिकारियों ने आगामी सत्र के दौरान आगंतुकों के लिए गैलरी बंद रहने के बारे में पत्र लिखकर जानकारी दी है.
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