विदेशी कंपनियों के निवेश के लिए पहली पसंद बना ग्रेटर नोएडा, हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार

वैश्विक पटल पर औद्योगिक निवेश के लिए ग्रेटर नोएडा सबसे पसंदीदा शहर के रूप से तेजी से उभर रहा है. देश ही नहीं, बल्कि तमाम विदेशी कंपनियां भी ग्रेटर नोएडा में बढ़-चढ़कर निवेश कर रहीं हैं. इसका एक उदाहरण सोमवार को फिर देखने को मिला. चार बड़ी कंपनियों ने यहां निवेश के लिए जमीन खरीदा है. इनमें रोबोट बनाने वाली प्रमुख कंपनी भी शामिल है.

Noida Development Authority
तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 29 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:25 PM IST
  • कई युवाओं को मिलेगा रोजगार
  • अमरदास के निदेशक ने की भू आवंटन की सराहना

वैश्विक पटल पर औद्योगिक निवेश के लिए ग्रेटर नोएडा सबसे पसंदीदा शहर के रूप से तेजी से उभर रहा है. देश ही नहीं, बल्कि तमाम विदेशी कंपनियां भी ग्रेटर नोएडा में बढ़-चढ़कर निवेश कर रहीं हैं. इसका एक उदाहरण सोमवार को फिर देखने को मिला. चार बड़ी कंपनियों ने यहां निवेश के लिए जमीन खरीदा है. इनमें रोबोट बनाने वाली प्रमुख कंपनी भी शामिल है. इन चारों में से एक कंपनी डी एम आई सी आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में और शेष तीन ग्रेटर नोएडा में अपनी इकाई स्थापित करेंगी. इन कंपनियों से करीब 1600 करोड़ रुपये का निवेश होगा और करीब 11,250 युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे. इन सभी ने एकमुश्त भुगतान का विकल्प चुना है, जिससे प्राधिकरण को 90 दिनों में बतौर जमीन की लागत के रूप में करीब 160 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे.

निवेश के लिए चार कंपनियों हुईं सहमत 
ग्रेटर नोएडा और डी एम आई सी आईआईटीजीएनएल में जिन चार कंपनियों ने निवेश के लिए जमीन खरीदा है, उनमें एलनटेक इंडिया, एडवर्ब टेक्नोलॉजी, गुरु अमरदास इंटरनेशनल व टेरॉन माइक्रो सिस्टम हैं. सोमवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में सीईओ नरेंद्र भूषण और एसीईओ दीपचंद्र व अमनदीप डुली ने प्राधिकरण के ओएसडी सचिन कुमार सिंह व डीजीएम उद्योग सीके त्रिपाठी व अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में चारों के कंपनियों के प्रतिनिधियों को आवंटन पत्र सौंपा. 

कई युवाओं को मिलेगा रोजगार
मोबाइल पार्ट्स बनाने वाली कोरियन कंपनी एलेनटेक इंडिया ने ग्रेटर नोएडा के इकोटेक वन एक्सटेंशन वन में 20,235 वर्ग मीटर के एक साथ दो प्लॉट खरीदे हैं. इसकी जमीन की कुल कीमत करीब 72 करोड़ रुपये है, जिसमें कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इसमें 8000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. कंपनी चरणबद्ध तरीके से इकाई लगाएगी और चार साल में इसे पूरा करेगी. वहीं, विश्व में रोबोट निर्माण की प्रमुख कंपनी एडवर्ब टेक्नोलॉजी ने इकोटेक 10 में करीब 13 एकड़ जमीन खरीदी है. जमीन की लागत करीब 38 करोड़ रुपये है. यह कंपनी अगले चार साल में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर इकाई शुरू कर देगी. इससे करीब 2000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली टेरॉन माइक्रो सिस्टम ने ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन में 16 करोड़ रुपये में दो एकड़ जमीन खरीदी है.

अमरदास के निदेशक ने की भू आवंटन की सराहना
कंपनी इसमें 23 करोड़ रुपये का निवेश करेगी 150 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. वहीं, इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में 4.65 एकड़ का प्लॉट खरीदने वाली गुरु अमरदास इंटरनेशनल कंपनी करीब 1100 युवाओं को रोजगार के अवसर देगी. इस कंपनी ने करीब 32 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी है और लगभग 40 करोड़ रुपये निवेश करेगी. यह कंपनी पावर कॉर्ड, वायर हायरनेस, ट्रांसफॉर्मर आदि उत्पाद बनाएगी. करीब दो साल में इकाई में उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य है. इस अवसर पर गुरु अमरदास इंटरनेशनल के निदेशक रौनक आनंद ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और डी एम आई सी आईआईटीजीएनएल की भू आवंटन की प्रक्रिया सराहना करते हुए कहा कि जमीन आवंटन का इतना पारदर्शी और फास्ट प्रोसेस बहुत कम जगह देखने को मिलता है. इस दौरान डी एम आई सी आईआईटीजीएनएल के कंपनी सेक्रेटरी पतंजलि नारायण दीक्षित एवं ग्रेटर नोएडा की मैनेजर उद्योग सीमा मित्तल आदि मौजूद रहे.

औद्योगिक सेक्टर बसाने की कोशिश
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और आईआईटीजीएनएल में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए पुरजोर कोशिश जारी रहेगी. आवेदन के एक माह के भीतर उद्यमियों को जमीन उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि उत्पादन इकाई लगाने में जमीन के लिए वक्त जाया न हो. इससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे. इसके साथ ही आठ नए औद्योगिक सेक्टर बसाने की दिशा में भी तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं. ग्रेटर नोएडा औद्योगिक निवेश का बहुत बड़ा बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है.

 

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