पुरानी कहावत है की इतिहास वर्तमान से जुड़ा रहता है और वर्तमान भविष्य से इसलिए अगर आपको इतिहास को समझना है तो वर्तमान की परिस्थितियों जानना बेहद जरूरी है. ताज महल इस बात का जीता जागता उदाहरण है. ताज महल के 22 कमरे के अंदर क्या है इसको लेकर हर किसी को लगता है कि ये राज सामने आएगा तो क्या होगा? ताज महल के अंदर पहुंचते ही हमारी मुलाकात गाइड बृजेश से हुई वैसे ताज महल जीवन में कई बार आने का मौका मिला पर इन कमरों की हकीकत को समझना और आम लोगों से समझाना थोड़ा मुश्किल लग रहा था. थोड़ा आगे बढ़ते ही ताज महल के पीछे का हिस्सा जो यमुना नदी से बिल्कुल सटा हुआ है यहां आते ही हमारी नजर उन दरवाजों और तालों पर पड़ी. हम थोड़ी देर रुके और समझने में जरा देर नहीं लगाई की ये वो रास्ता है जो उस तहखाने तक जाता है जहां वो 22 कमरे हैं.
जंग लगे तालो के पीछे 22 कमरो का राज
हां बराबर में लगी जालीनुमा खिड़कियों से हमने अंदर देखने की कोशिश की तो सामने की तरफ कुछ आकृतिया नज़र आई. वही बराबर में वो रास्ता जो नीचे कि तरफ जा रहा था. हमारे साथ में मौजूद गाइड ने हमने बताया कि ये रास्ता उन 22 कमरों तक जाता है. असल में 1934 के समय में भारतीय पुरातत्व विभाग ने इसको खोला था पर उसके बाद तब से लेकर अब तक इन कमरों पर ताले लगे हुए हैं.
ग्राउंड रिपोर्ट में नए तथ्य हुए उजागर
इन 22 कमरों की कहानी जबसे सामने आई तो कई सारी भ्रांतियां भी फैलाने लगी. हमने हर उस किताब को पढ़ा जिसमें ताजमहल का जिक्र था. हमने शाही दस्तावेजों के जरिए भी असलियत सामने लाने का प्रयास किया.
22 कमरों की असल तस्वीर
असल में ये 22 कमरों में 4 कमरे बड़े हैं और 18 कमरे छोटे. इसके अलावा हर कमरे में जाने का रास्ता बिल्कुल अलग है यानी ऊपर से नीचे की तरफ जाने के लिए 6 रास्ते हैं जो ताजमहल के प्रथम तल से जाते हैं.
विवाद पर शाही दस्तावेजों की पड़ताल
आमतौर मुगल काल में जिन भी इमारतों का निर्माण हुआ है उसमे हर छोटी छोटी बात का जिक्र और उसके दस्तावेज सुरक्षित हैं. कौन सी चीज क्रय करनी है कहां से समान आएगा बादशाह के जरिए इसकी जानकारी को लिखित रूप में रखवाया जाता था. लेकिन ताजमहल को लेकर बहुत अधिक दस्तावेज सामने नहीं आते हैं. इसमें 3 मुख्य पत्रों का ही जिक्र किया जाता है. इतिहासकार राज किशोर राजे बताते हैं केवल 3 पत्र बादशाह की तरफ से लिखे गए. पहला ताजमहल में पत्थरों की आवश्यकता के लिए, दूसरा कुशल करीगरों के लिए, और तीसरा अतिरिक्त संसाधन के लिए. ये एक तरह से ताज महल के निर्माण कार्य को गुप्त रखने की तरफ इशारा करता है.