Ayodhya Ram Mandir inauguration: प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम, एआई-पावर्ड कैमरे से होगी निगरानी

रामनगरी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार है. उससे पहले ही हर चप्पा सुरक्षा के घेरे में तय किया जा रहा है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था का पूरा खाका तैयार किया है. सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस मौजूद इसमें नई तकनीक का इस्तेमाल और श्रद्धालुओं के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है.

Ayodhya Ram Mandir
gnttv.com
  • अयोध्या,
  • 20 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 7:31 PM IST

रामनगरी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार है. उससे पहले ही हर चप्पा सुरक्षा के घेरे में तय किया जा रहा है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था का पूरा खाका तैयार किया है. सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस मौजूद इसमें नई तकनीक का इस्तेमाल और श्रद्धालुओं के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है. अयोध्या में बिना अनुमति नहीं उड़ाए जा सकेंगे ड्रोन, रामोत्सव से पहले रामनगरी की कड़ी किलाबंदी की जा रही है.

वहीं दूसरी तरफ 22 व 23 जनवरी को भारी वाहन शहर के भीतर से होकर नहीं जाएंगे, साथ ही जिन लोगों को आमंत्रण दिया गया होगा उनके आने के लिए बेहतर व्यवस्था रहेगी. लेकिन दूसरे छोटे वाहनों के लिए भी व्यवस्था लागू की जाएगी कि वह अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें. डायवर्जन की जानकारी कई माध्यमों से दी जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर खुफिया विभाग चारों ओर सक्रिय रहेगा और खास तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी सहयोग लिया जाएगा और अराजक तत्वों की जानकारी के साथ ही उन पर पैनी नजर रहेगी.


कैसी है अयोध्या की सुरक्षा की तैयारी?

-राम भक्तों की बढ़ती भीड़ को संभालने के लिए नई सुरक्षा योजना मानव और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर आधारित है. मंदिर 21 और 22 जनवरी को जनता के लिए बंद रहेगा.

-एयर टैक्टिकल एयरोस्टेट सिस्टम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से चलने वाले चेहरे की पहचान करने वाले कैमरे, लंबी दूरी के एयरोस्टेट कैमरे, उन्नत नदी सुरक्षा और किसी भी संदिग्ध नावों की घुसपैठ पर अलर्ट करने के लिए प्रोग्राम किया गया. राम मंदिर के दर्शन करने वाले भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हवा, पानी और जमीन पर तैनात किया गया है.

-सुरक्षा योजना राम भक्तों की बढ़ती संख्या को संभालने के लिए "सहयोगात्मक बुद्धिमत्ता - मानव के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता का एक समामेलन-" का एक आदर्श उदाहरण होगी.

-नई सुरक्षा योजना का उद्देश्य पर्यटकों को शीर्ष स्तर की सुरक्षा प्रदान करते हुए उनकी मदद करना है. अद्यतन सुरक्षा योजना 14 जनवरी, 2024 से लागू की जाएगी.

-हवाई खतरों के लिए, एक एयर टैक्टिकल एयरोस्टेट सिस्टम स्थापित किया है जिसे हवाई खुफिया, निगरानी और टोही करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसका उपयोग अयोध्या के सीमावर्ती इलाकों की निगरानी के लिए भी किया जा सकता है.
-एआई-संचालित एंटी-ड्रोन समाधान जो न केवल ड्रोन से किसी भी हमले की संभावनाओं पर नजर रखेंगे, बल्कि कई किलोमीटर की दूरी पर ड्रोन का पता लगाने, ट्रैक करने, पहचानने, वर्गीकृत करने और बेअसर करने की क्षमता भी रखेंगे.

-सरयू नदी के तट पर जल सुरक्षा प्रणाली के लिए ने हाई-डेफिनेशन कैमरे और एक एआई-संचालित प्रणाली भी स्थापित की है जिसे किसी भी घुसपैठ की स्थिति में या पानी में किसी संदिग्ध नाव या गतिविधि को देखने पर अलार्म बजाने के लिए प्रोग्राम किया गया है.

-केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) और यूपी विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) जैसे बलों की तैनाती, यूपी पुलिस ने शहर भर में एआई-संचालित चेहरे की पहचान-सक्षम सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं.  


हाईटेक कैमरा के जरिए निगरानी 

यलो जोन कंट्रोल रूम में हाईटेक कैमरा के जरिए सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है. बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ऐसे मॉनिटरिंग सेल बनाए जा रहे हैं जहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके हर एक चेहरे पर नजर रखी जाएगी, वहीं अगर कोई संदिग्ध परिस्थिति लगती है तो तुरंत कंट्रोल रूम इस संबंध चौकी और बैरिकेड को अलर्ट कर सकता है.


एआई-पावर्ड कैमरे लगाए जा रहे हैं 

वहीं ये पहली बार है कि यूपी में एआई-पावर्ड कैमरे लगाए जा रहे हैं. इन विशेष निगरानी कैमरों को 'लोगों की खोज' करने के लिए प्रोग्राम किया गया है, जो लिंग, आयु, ऊंचाई, श्रेणियां, आदमी, लड़का, बच्चा, बुजुर्ग और शरीर के आयाम जैसे वर्णनात्मक विवरणों पर आधारित है. इससे न सिर्फ सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी बल्कि किसी भी तरीके की योजना बाद और आकाश में घटना पर भी पहले से नजर रखी जा सकेगी.

अयोध्या आई जी रेंज प्रवीण कुमार के मुताबिक जल्द ही राम मंदिर के लिए नई सुरक्षा योजना लागू होगी, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति बगैर जांच पड़ताल के मंदिर के आस-पास भी नहीं फटक सकेगा. जगह–जगह चेकिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे. इसके अलावा 2500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. अयोध्या में बगैर अनुमति के इस इलाके में ड्रोन नहीं उड़ाए जा सकेंगे, भविष्य में रिवर सिक्योरिटी को भी मजबूत किया जाएगा और नदी के किनारे सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था की जाएगी. लोकार्पण के समय की सुरक्षा व्यवस्था के तहत जिले में 37 शासकीय और अशासकीय जमीनों पर पार्किंग व्यवस्था होगी जहां भी कैमरे लगे होंगे.

-अयोध्या से अभिषेक मिश्रा की रिपोर्ट

 

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