हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के जवान सुरेंद्र कुमार 16 साल बाद घर लौट आए हैं. उनको साल 2020 में भारतीय सेना ने मृत घोषित कर दिया था. उनकी पत्नी को पेंशन भी मिल रही थी. लेकिन अब वो घर लौट आए हैं. जब वो सेना में भर्ती हुए थे, तो उनकी उम्र 18 साल थी.
16 साल बाद घर वापसी-
भारतीय सेना के जवान सुरेंद्र कुमार कांगड़ा जिले के डैनक्वान गांव के रहने वाले हैं. वो 16 साल बाद घर लौट आए हैं. सुरेंद्र कुमार सेना में थे. साल 2009 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और गायब हो गए. इस दौरान वो खानाबदोश की जिंदगी जी रहे थे. साल 2020 में सेना ने उनको मृत घोषित कर दिया. इसके बाद उनकी पत्नी को पेंशन और दूसरी सुविधाएं मिलने लगी. लेकिन अब अचानक सुरेंद्र कुमार घर लौट आए हैं.
फेसबुक पर परिवार से किया संपर्क-
सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जब वह थोड़ा ठीक हुए, तो फेसबुक पर अपने भाई से संपर्क हुआ और फिर वह घर वापस लौटे. सुरेंद्र कुमार की वापसी से परिवार में खुशी का माहौल है. सुरेंद्र कुमार की मां ने कहा कि बेटे के आने की हमें बहुत ही खुशी हुई है. दिसंबर 2024 में सुरेंद्र ने कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण किया, क्योंकि उनको धारा 498 के तहत अपराधी घोषित किया गया था. इसके बाद उनको 42 दिन के लिए जेल भेज दिया गया था. अब सजा पूरी होने के बाद वो घर लौटे.
साल 2009 से गायब थे सुरेंद्र-
सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने साल 2009 में नौकरी छोड़ दी थी और उसके बाद घर नहीं लौटे थे. उन्होंने अपना गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के रेलवे स्टेशनों पर बिताया. इस दौरान उन्होंने कई जगहों पर पार्किंग में काम किया.
जब वो गायब हो गए तो उनकी पत्नी ने कांगड़ा के नूरपुर पुलिस स्टेशन में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद साल 2020 में सेना ने उनको मृत घोषित कर दिया. उनकी मां को सुविधाएं देने की बात आई तो सुरेंद्र के पिता ने कोई भी लाभ लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि जब अपना बेटा खो दिया तो ये लाभ किस काम का है. इसके बाद ये सुविधाएं उनकी पत्नी को दी गई.
क्यों गायब हो गए थे?
सुरेंद्र कुमार साल 1997 में सेना में एक गनर के तौर पर भर्ती हुए थे. उस समय वो 18 साल के थे. साल 2006 में उनकी शादी पठानकोट के पास पंजाब के एक गांव की मीना कुमार से हुई थी. शादी के बाद से ही उनका जीवन अच्छा नहीं चल रहा था. उनका दावा है कि उनकी पत्नी उनसे अलग रहना चाहती थी. इसलिए साल 2007 में कपल गुजरात चला गया. वहां भी सबकुछ ठीक नहीं था. इस दौरान उनका एक बेटा हुआ.
सुरेंद्र कुमार ने बताया कि साल 2008 में उनकी पत्नी अपने भाई के साथ गुजरात से अपने पिता के घर चली गई. जिससे वो मानसिक तनाव और अवसाद में आ गए. उनका कहना है कि उनके और उनकी फैमिली के खिलाफ धारा 498 के तहत केस दर्ज किया गया था. वो कोर्ट में भी उपस्थित हुए. उनका कहना है कि वो पूरी तरह से सदमे में थे.
(कांगड़ा से अशोक रैना की रिपोर्ट)
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