बालाकोट एयर स्ट्राइक के हीरो और भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान(Abhinandan varthaman) को वीर चक्र से सम्मानित किया गया. सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अभिनंदन को वीर चक्र देकर सम्मानित किया. पाकिस्तान के लड़ाकू विमान मार गिराने के लिए अभिनंदन को सम्मानित किया गया है. समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई मंत्री मौजूद थे.
3 नवंबर को अभिनंदन वर्धमान को एयरफोर्स ने दिवाली गिफ्ट देते हुए उन्हें प्रमोशन देकर ग्रुप कैप्टन बनाया था. अभिनंदन को जो पद दिया गया है वह भारतीय थल सेना के कर्नल रैंक के बराबर है.
इन्हें मिला शौर्य चक्र-
2019 में पुलवामा में आतंकी हमले में मेजर विभूति शंकर ढोंढियाल शहीद हो गए थे. उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र दिया गया. उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट निकिता कौल और मां सरोज ढोंडिया ने राष्ट्रपति से शौर्य चक्र लिया.
नायब सूबेदार सोमबीर फरवरी 2019 में हुए एक आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. उस एनकाउंटर में तीन आतंकवादी मारे गए थे.
25 नवंबर 2018 को आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में नेतृत्व और अद्वितीय साहत के लिए मेजर महेश कुमार भूरे को शौर्य चक्र दिया गया. जम्मू-कश्मीर में हुए मुठभेड़ में 6 आतंकी मारे गए थे.
मार गिराए थे पाक के लड़ाकू विमान
14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने भारतीय जवान के काफिले पर हमला कर दिया था. इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के 12 दिनों के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमला किया था. इसका बदला लेने के लिए पाकिस्तान ने ठीक एक दिन बाद कश्मीर में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की. पाकिस्तान की तरफ से F-16 विमान ने उड़ान भरी. उस वक्त अभिनंदन श्रीनगर स्थित 5 स्क्वॉड्रन का हिस्सा थे. अभिनंदन और भारतीय वायुसेना के जाबांजों ने MIG-21 से F-16 विमानों को खदेड़ दिया था.
वाघा बॉर्डर पर हुआ था 'अभिनंदन'
पाकिस्तान के लड़ाकू विमान को मार गिराने के दौरान अभिनंदन पीओके में प्रवेश कर गए और इसी दौरान उनका विमान दुर्घटना का शिकार हो गया था. अभिनंदन पैराशूट के जरिये नीचे उतरे थे. अभिनंदन को देखते ही पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था. भारत की तरफ से लगातार दबाव बनाने के बाद पाकिस्तान को अभिनंदन को रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा. वाघा बॉर्डर के रास्ते अभिनंदन भारत लौटे थे. इस साहस के लिए अभिनंदन को पदक से सम्मानित भी किया गया था और उनकी खूब तारीफ हुई थी.