अयोध्या में हर गली-मोहल्ले में अब ‘चम चम चमके हमरी अयोध्या’ गीत सुनाई देगा. इसके जरिए अयोध्या वासियों को राम नगरी को साफ सुथरा रखने की अपील की जाएगी तो वहीं अयोध्या को अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुसार टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने का रास्ता भी तैयार किया जाएगा. अयोध्या नगर निगम और भारतीय प्रबंध संस्थान के साझा प्रयास से तैयार ये स्वच्छता गान लोगों को जागरूक भी करेगा.
आईआईएम इंदौर ने तैयार किया स्वच्छता गान
अयोध्या में मठों मंदिरों के बीच से निकलते हुए राम के भजन सुनाई पड़ते हैं. लेकिन अब राम नगरी को अपना एक ‘स्वच्छता गान’ भी मिल गया है. इस स्वच्छता गान को आईआईएम इंदौर (IIM Indore) ने तैयार किया है. संस्थान के डायरेक्टर प्रोफेसर हिमांशु राय ने भी इसमें अपनी आवाज दी है. मुख्य गायिका के रूप में वर्षा सिंह धनोआ हैं. इस गीत के बोल भी आईआईएम की प्रोफ़ेसर श्रुति तिवारी ने लिखे हैं और इसको ऋषिकेश पाठक ने कम्पोज किया है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत तैयार अयोध्या के इस स्वच्छता गान में जहां राम के आदर्शों के अनुरूप सनातन संस्कृति की मूल सोच ‘सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया...’ को बताया गया है. वहीं रघुकुल रीति सदा चली आयी, प्राण जाए पर वचन न जाई’ को भी इसका आधार बनाया गया है.
फाउंडेशन डे पर लॉन्च हुआ गाना
अयोध्या का स्वच्छता गान ‘चम चम चमके हमरी अयोध्या’ राम नगरी को साफ सुथरा बना कर चमकाने की अपील करता है. जिसे बेहद सधे हुए अन्दाज़ में वर्षा सिंह और प्रोफेसर हिमांशु राय ने गाया है. दो दिन पहले आईआईएम इंदौर के फाउंडेशन डे पर इस स्वच्छता गान को पहली बार सामने लॉन्च किया था. अब ये स्वच्छता गान अयोध्या ने गूंजने वाला है. अयोध्या नगर निगम ने भी इसको घर घर पहुंचाने की तैयारी शुरू कर दी है.
स्वच्छता एंथम के जरिए लोगों को किया जाएगा जागरूक
ये स्वच्छता गान ऐसे समय पर बना है जब अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी हो रही है. ऐसे में अयोध्या को और साफ सुथरा बनाने में जहां प्रशासन द्वारा ध्यान दिया जा रहा है. वहीं लोगों से भी जागरूकता की अपील की जा रही है. ऐसे में इस स्वच्छता एंथम के ज़रिए भी लोगों को जागरूक करने की पहल होगी. जानकारी के अनुसार अयोध्या नगर निगम इसकी शुरुआत इसी सप्ताह से करने वाला है.
नव्य अयोध्या बनाने की है तैयारी
दरअसल अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण में जैसे-जैसे तेजी आयी है. अयोध्या के विकास को लेकर लोगों की उम्मीदें भी बढ़ती जा रही हैं. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कई बार बैठक कर अयोध्या को बिल्कुल नए रूप में सजाने और संवारने को लेकर निर्देश दे चुके हैं. इसको नव्य अयोध्या कहा जा रहा है. अयोध्या सबसे सुंदर शहर के साथ स्वच्छ शहर भी बन सके इसके लिए भी पहल की गयी है.
सफाई व्यवस्था का रखा जाएगा खास ख्याल
एक ओर जहां विकास योजनाओं में सबसे बड़ी योजना के रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटर्नैशनल एयरपोर्ट पर काम चल रहा है तो वहीं पर्यटकों की सुविधा के लिए कई होटल और टूरिस्ट सेंटर भी बनाया जाएगा.लेकिन इस बीच अयोध्या को सफाई के मानक पर खरा उतरने के लिए कई बदलाव करने होंगे. यूपी सरकार में इसके लिए आईआईएम इंदौर का चयन किया था. उसके बाद नगर निगम अयोध्या ने भारतीय प्रबंध संस्थान, इंदौर के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे. इसके तहत अयोध्या में स्वच्छता को लेकर सर्वे और उसको देखते हुए सफाई व्यवस्था को लेकर कई परिवर्तन है.
इंदौर की स्वच्छता में भी है आईआईएम का हाथ
अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए स्वच्छता में नम्बर एक माने जाने वाले इंदौर की स्वच्छता में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर के अध्ययन रिपोर्ट के आधार पर आगे शहर में कई बदलाव देखने को मिलेंगे. अनुमान के मुताबिक अयोध्या में मंदिर निर्माण के बाद पर्यटकों और दर्शनार्थियों की संख्या में बहुत ज्यादा इज़ाफ़ा होने वाला है. ऐसे में ‘नव्य अयोध्या’ में स्वच्छता एंथम की भी अहम भूमिका होने वाली है.