IIT Delhi ने बनाया सियाचिन में तैनात जवानों के लिए कवच, माइनस 60 डिग्री तापमान में भी कारगर होगी यह जैकेट

IIT Delhi के छात्रों ने सियाचिन में तैनात जवानों के लिए खास जैकेट बनाई है जो उन्हें भीषण ठंड से बचाएगी और साथ ही यह बहुत कम वजन की है.

IIT Delhi invented two special jackets
मनीष चौरसिया
  • नई दिल्ली ,
  • 18 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:21 PM IST
  • सियाचिन के लिए सेना का नया कवच
  • 1200 डिग्री तापमान से बचाने वाली जैकेट

भारतीय सेना को लगातार सुविधाओं से लैस किया जा रहा है और इसमें न सिर्फ बड़ी कंपनियां बल्कि एजुकेशनल संस्थान और छात्र भी अपना योगदान दे रहे हैं. हाल ही में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने भारतीय सेना और अग्निशमन कर्मचारियों के लिए दो एकदम अलग-अलग जैकेट तैयार की हैं. 

सेना के जवानों के लिए सियाचिन जैसे इलाकों में ड्यूटी के दौरान खून जमाने वाली ठंड से बचाने वाली जैकेट तो वहीं, अग्निशमन कर्मियों के लिए हाई टेम्प्रेचर से बचाने वाली जैकेट बनाई है. आज हम आपको बता रहे हैं इन जैकेट्स की खासियत. 

सियाचिन के लिए सेना का नया कवच
सियाचिन में ठंड से लड़ने के लिए IIT दिल्ली ने जो कवच बनाया है वह जवानों को सियाचीन जैसे दुर्गम इलाकों में बर्फ के प्रकोप से बचाएगी. दांत किटकिटाने वाली ठंड में ये जवानों के चेहरे पर मुस्कान का मुहैया मौका कराएगी. इस जैकेट को IIT दिल्ली के छात्रों ने बनाई है. 

इस जैकेट की खासियत की बात करें तो यह जैकेट जवानों को माइनस 60 डिग्री तापमान से बचाने में सक्षम है. सबसे अच्छी बात है कि यह जैकेट दुनिया की सबसे हल्की जैकेट है. जैकेट में थर्मल इंसुलेटर का उपयोग किया गया है. जैकेट में तीन लेयर है, पहली लेयर बर्फीली हवाओं से बचाएगी तो बीच की लेयर थर्मल इंसुलेटर  है और सबसे अंदर की लेयर जवानों को किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचाएगी. 

1200 डिग्री तापमान से बचाने वाली जैकेट
IIT दिल्ली ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के साथ मिलकर लगभग दो किलोग्राम की फायर प्रूफ जैकेट भी बनाई है. संस्थान का दावा है कि यह जैकेट 1200 डिग्री तापमान में 15 से 20 सेकंड तक इंसान की सुरक्षा कर सकती है। यदि तापमान इससे कम हो तो अधिक समय तक कारगर होगी. 

बताया जा रहा है कि जैकेट कम कीमत और वजन के कारण अग्निशमन कर्मियों के लिए अहम साबित होगी. इस जैकेट की टेस्टिंग कर ली गई है और फील्ड ट्रायल के बाद इसे आगे इंडस्ट्री को ट्रांसफर किया जाएगा. 

 

Read more!

RECOMMENDED