लोग हो रहे बाल गिरने की समस्या से परेशान, डॉक्टर के पास भी नहीं कोई हल.. सिर ही नहीं हाथों तक के बाल रहे गिर, 3 दिन में हुए 50 लोग गंजे

महाराष्ट्र के बुलढाना में पिछले तीन दिनों में 40 से 50 लोग गंजेपन का शिकार हो गए. ऐसे में जरूरी है कि महाराष्ट्र से आई रहस्यमय गंजेपन वाली बीमारी को लेकर खुद सतर्क हो जाएं.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 9:12 AM IST

महाराष्ट्र के बुलढाणा से खबर हैरान करने वाली हैं. बच्चे हों या बूढ़े, महिलाएं हों या पुरुष, यहां हर कोई गंजेपन का शिकार हो रहा है. लोगों के सिर पर जो बाल हैं वह देखते ही देखते टूटकर गिर रहे हैं. जो भी शख्स अपने सिर पर हाथ फेरता है. बाल गुच्छे की शक्ल में टूटकर हाथ में आ रहे हैं. यहां कोई पूरी तरह से गंजा हो चुका है तो कुछ लोग गंजेपन की तरफ बढ़ रहे हैं. जिसकी वजह से गांववालों में दहशत का माहौल है.

रहस्यमय बीमारी से लोग परेशान
रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां पिछले तीन दिनों में अब तक 40 से 50 लोग गंजेपन का शिकार हो गए हैं. बुलढाणा जिले की शेगाव तहसील में आने वाले बोंडगांव, कालवड़ और हिंगना के लोगों ने एक रहस्यमय बीमारी होने का दावा किया है. गांववालों के मुताबिक इस बीमारी के चलते केवल तीन दिन के अंदर लोगों के बाल झड़ जा रहे हैं. ग्रामीणों की मानें तो हर पीड़ित को ये बीमारी एक ही पैटर्न से गंजा कर रही है. जिसकी वजह से लोग बेहद परेशान हैं.

डॉक्टर खुजा रहे अपना सिर
बाल झड़ने और गंजेपन का शिकार सिर्फ बुजुर्ग या नौजवान ही नहीं हो रहे हैं, बल्कि ये समस्या छोटे बच्चे और लड़कियों में भी देखने को मिल रही है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि सिर्फ सिर ही नहीं बल्कि उनके हाथों और पैरों के बाल भी गिर रहे हैं. यहां तक कि डॉक्टर्स भी इसका कारण और इलाज नहीं तलाश पा रहे.

लोगों में डर का माहौल
कुछ लोगों की हालत तो बेहद खराब है. वो सिर पर हाथ फेरते हैं और उनके बाल हाथ में आ जाते हैं. गांव के लोग ये समझ नहीं पा रहे हैं कि ये किस वजह से हो रहा है. बुलढाणा के इन गावों में फैली बीमारी आखिर कौन सी है. ये कोई नहीं बता पा रहा है. इस बीमारी में पहले दिन व्यक्ति के सिर में खुजली शुरू होती है. फिर दूसरे दिन से बाल गिरने शुरू हो जाते हैं. और तीसरे दिन मरीज गंजा हो जाता हैं. लिहाजा अब गांव के लोग इस रहस्यमयी बीमारी को लोग डरे हुए हैं.

किया जाएगा वॉटर टेस्ट 
बहुत से लोग जिनके बाल झड़ रहे हैं उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया है. हालात ऐसे हो चले हैं कि अधिकारियों को संभावित प्रदूषण के लिए स्थानीय वॉटर सप्लाई की टेस्टिंग शुरू करनी पड़ी है. जांच टीम में शामिल एक स्किन स्पेशलिस्ट ने कहा कि तीन गांवों से एकत्र किए गए पानी के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं. इस बीमारी से पीड़ित ज्यादातर मरीज प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं. फिलहाल डॉक्टर्स भी इसका सही इलाज नहीं बता रहे हैं लिहाजा गांव वालों को इसका कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है.

 

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