भारत और अमेरिका के बीच आपसी व्यापार को 150 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमति, जानिए किन 5 अहम मुद्दों पर हुई बातचीत

वाशिंगटन में हुई ये बैठक 150 मिनट तक चली थी. इस बैठक में दोनों देशों की सहमति आपसी व्यापार को 150 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर हुई है. बता दें, इस वक्त भारत और अमेरिका का आपसी व्यापार करीब 113 अरब डॉलर है.

भारत-अमेरिका बातचीत
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST
  •  बैठक में न्यूक्लियर क्षेत्र पर भी बातचीत हुई है
  • अमेरिका पहली बार भारत में सोलर प्लांट लगाने वाला है

भारत और अमेरिका के बीच हाल ही में 2+2 विदेश और रक्षा मंत्रियों की बैठक हुई है. विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बैठक में शामिल हुए थे. वाशिंगटन में हुई ये बैठक 150 मिनट तक चली थी. इस बैठक में दोनों देशों की सहमति आपसी व्यापार को 150 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर हुई है. बता दें, इस वक्त भारत और अमेरिका का आपसी व्यापार करीब 113 अरब डॉलर है. दोनों देशों के बीच हुई इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. जिसमें न्यूक्लियर क्षेत्र , स्पेस, साइबर सिक्योरिटी और स्पेस मिशन शामिल रहे.

2.28 लाख करोड़ रुपये के निवेश की हुई बात 

बताते चलें, कि भारत और अमेरिका के बीच 2.28 लाख करोड़ रुपये के निवेश को लेकर बातचीत की गई है. दोनों देशों के मंत्रियों, जिसमें अमेरिका की ओर से लॉयड ऑस्टिन और एंटोनी ब्लिंकेन रहे. वहीं, भारत की तरफ से एस जयशंकर और राजनाथ सिंह ने अपना पक्ष रखा.

 इन अहम मुद्दों पर हुई बात-

न्यूक्लियर क्षेत्र

 बैठक में न्यूक्लियर क्षेत्र पर बातचीत हुई है. इसपर 70 हजार करोड़ रुपये इन्वेस्ट करने की बात हुई है. बता दें. अमेरिका की कंपनी भारत में 6 न्यूक्लियर रिएक्टर लगाना चाहती है. इनकी कीमत 60 हजार करोड़ होगी. इसके लिए न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया और वाशिंगटन इलेक्ट्रिक कंपनी के बीच बातचीत भी चल रही है. इसके अलावा, करीब 10 हजार करोड़ रुपये मॉडयूलर नुक्लियर रिएक्टर टेक्नोलॉजी पर इन्वेस्ट करने की बात हो रही है.

एनर्जी क्षेत्र 

बैठक में एनर्जी क्षेत्र पर करीब 3800 करोड़ रुपये लगाने की बात हुई है. इसमें यूएस-एड और दूसरी एजेंसिया प्राइवेट सेक्टर के जरिए साउथ एशिया रीजनल एनर्जी पार्टनरशिप और स्मार्ट ग्रिड नॉलेज सेंटर बनाना चाहती है.

क्लाइमेट 

बैठक में एक अहम मुद्दा क्लीन एनर्जी और क्लाइमेट भी रहा. भारत और अमेरिका का  क्लाइमेट और क्लीन एनर्जी पर 15000 करोड़ रुपये खर्च करने की बात हुई है. इसमें कई प्रोजेक्ट्स शामिल किए गए जाएंगे.

स्पेस सेक्टर 

स्पेस सेक्टर में 38000 करोड़ रुपये लगाने की बात हुई है. बता दें, नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार सैटेलाइट को भारत में लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है.

अमेरिकी सोलर प्लांट 

अमेरिका पहली बार भारत में सोलर प्लांट लगाने वाला है. डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन भारत में करीब 3800 करोड़ रुपये के सोलर प्लांट लगाने वाला है. 
 
 


 
 
 
 
 
 

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